Saturday, December 26, 2020

नाम बड़े दर्शन छोटे, ,छोटे से कमरे में संचालित होता है पन्ना का हीरा कार्यालय


  • नाम बड़े दर्शन छोटे पन्ना का  हीरा कार्यालय 
  • पन्ना हीरा को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है
  • कभी अवैध हीरे बिकते हैं तो कभी अवैध खदानों संचालित होती 
  • लेकिन छोटे से कमरे में संचालित होता है हीरा कार्यालय

अमित सिंह पन्ना - जिला सुप्रसिद्ध हीरो झीलों की नगरी के लिए हमेशा ही पन्नों की सुर्खियां एवं समाचारों की हैडलाइन बनी रहती है विश्व प्रसिद्ध शुद्ध एवं जेम क्वालिटी एवं अच्छी गुणवत्ता के हीरो के लिए इस शहर को जाना जाता है

लेकिन यूं कहें पन्ना का दुर्भाग्य इतना है कि उसे हम हीरा वाला पन्ना  जिला कहते हैं 

पन्ना जिला में संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में संचालित होने वाला हीरा कार्यालय इतना छोटा है कि वहां पर फाइलों के अलावा इंसानों के बैठने की जगह नहीं है ऑफिस में केवल चार पांच कुर्सियां ही डाल सकते हैं कई बार वहां के कर्मचारियों ने ऑफिस को लेकर अपनी इच्छा जाहिर करते हुए बताया है कि कार्यालय बड़ा होना चाहिए क्योंकि कार्यालय में बड़े व्यापारी एवं अधिकारी वर्ग एवं कर्मचारी वर्ग एवं हीरे से जुड़े लोग आते हैं और उन्हें मजबूरन बाहर बैठना पड़ता है हीरा कार्यालय जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है पन्ना जिले का एक केंद्र माना जाता है अगर पन्ना जिले का हीरा कार्यालय ही एक कमरे में संचालित होगा तो आखिरकार पन्ना जिले के विकास में किस प्रकार से ग्रहण लगे होंगे 

पन्ना का हीरा कार्यालय 


इसका आप अनुमान लगा सकते  जबकि मध्यप्रदेश में एक ऐसा पन्ना ही इकलौता जिला है जहां पर हीरा कार्यालय संचालित होता है इसके बाद भी पन्ना के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा यहां के कार्यालय की सुचारू रूप से एवं बड़ा कार्यालय बनाकर व्यवस्थाएं नहीं कर पाए है आखिरकार अब देखने वाली बात यह है जिले के प्रशासनिक अधिकारी कितने सजग हैं कि हीरा कार्यालय को हीरा कार्यालय जैसा ऑफिस की सौगात कब तक दे पाएंगे  

हीरा कार्यालय में ही जमा होते हैं  हीरे

पन्ना की इस छोटे से कार्यालय में ही खदानों में मिलने वाले हीरे जमा किए जाते जिसमें कभी-कभी हीरा कार्यालय में भीड़ जैसी स्थिति भी बन जाती जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उसी कार्यालय में हीरा पारखी द्वारा द्वारा हीरे को परख कर उसकी कीमत एवं उसका वजन किया जाता है लेकिन व्यवस्थाओं से संचालित नहीं है हीरा कार्यालय 

कभी भी जब आप हीरा का नाम सुनते हैं तो आपके जेहन में यह बात होती होगी कि आखिरकार जहां हीरा होता होगा वहां बड़ी सिक्योरिटी रखी जाती होगी लेकिन यहां इस कार्यालय में सिक्योरिटी की बात तो दूर की जाए यहां पर ऑफिस का अगर स्टाफ ऑफिस के अंदर बैठ जाए तो कुर्सियां कम पड़ जाएंगे पूरी तरह फाइलों से भरा पड़ा हुआ है हीरा कार्यालय




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Friday, December 25, 2020

महारानी जितेश्वरी ने एक बार फिर खनिज मंत्री एवं पन्ना की कांग्रेस जिला अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा

 

  • महारानी जितेश्वरी ने एक बार फिर खनिज मंत्री एवं पन्ना की कांग्रेस जिला अध्यक्ष के खिलाफ  खोला मोर्चा*
  • भाजपा व कांग्रेस नेता अधिकारियों की सांठगांठ से लूट रहे शासकीय खजाना
  • बिना भूअर्जन के  मंत्री बृजेन्द्र प्रताप व कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यारानी ने प्राप्त किया करोड़ों का मुआवजा
  •  महारानी के ज्ञापन के बाद कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश, 07 दिनों में मांगा प्रतिवेदन


पन्ना। भाजपा के पन्ना विधायक एवं खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह एवं कांग्रेस की जिलाध्यक्ष दिव्या रानी के परिवारिक तालुकात होने के कारण अलग-अलग पार्टियों से राजनीति कर जिले को कर रहे हैं खोखला महारानी जितेश्वरी 
वही पन्ना राज परिवार की महारानी जीतेश्रीदेवी ने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए जिले के भाजपा और कांग्रेस के नेताओं पर अधिकारियों की सांठगांठ से शासकीय राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह व कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिव्यारानी सिंह द्वारा बिना भू-अर्जन के प्राप्त की गई लाखों और करोड़ों रुपए की राशि की अति शीघ्र वसूली करवाने की मांग की है। विदित हो कि वर्तमान में नेशनल हाईवे 39 का निर्माण कार्य प्रगति पर है,
 

 जो पन्ना जिला एवं शहर से होकर गुजरती है, उक्त रोड के निर्माण के लिए सड़क को चौड़ी करने अगल बगल के भवन एवं जमीनों के भू-अर्जन हेतु शासन की गाइड लाइन के अनुसार मुआवजा दिया गया है, जिसमें पन्ना विधायक व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह एवं उनके भाई लोकेन्द्र प्रताप सिंह, कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिव्यारानी सिंह एवं उनकी माता कल्याणी देवी को लाखों और करोड़ों रुपए का मुआवजा देने के बावजूद जमीन बिना लिए ही सड़क को निर्धारित चौड़ाई से कम कर के  निर्माण करा दिया गया है। 


महारानी जीतेश्वरी देवी ने बताया कि दिव्यारानी सिंह द्वारा खसरा क्रमांक- 339, 340, 341, 366, 367, 363, 378 के नाम लगभग ढाई करोड़ रुपए का मुआवजा प्राप्त किया गया है। इसी प्रकार खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह एवं उनके भाई लोकेंद्र प्रताप सिंह द्वारा लगभग 50 लाख रुपए का मुआवजा प्राप्त किया गया है। दिव्या रानी सिंह की माता कल्याणी देवी द्वारा लगभग 35 लाख रुपए का मुआवजा प्राप्त किया गया है। इनके अलावा लगभग 2 दर्जन लोगों द्वारा भी लाखों रुपए का मुआवजा दिया गया  है परंतु असरदार लोग मुआवजा लेने के बावजूद जमीन पर काबिज हैं। और सड़क का निर्माण बिना चौड़ीकरण के ही कर दिया गया है, ज्ञापन के माध्यम से महारानी जीतेश्वरी देवी ने बिना भू-अर्जन में  दिया गया मुआवजा राशि वापस लेने की मांग की गई है। कलेक्टर संजय मिश्र द्वारा महारानी जीतेश्वरी देवी के ज्ञापन को  संज्ञान में लेते हुये अपर कलेक्टर को पत्र लिख कर 07 दिनों में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के आदेश दिये हैं, अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।

उल्लेखनीय है कि, नेशनल हाइवे क्रमांक-39 के पन्ना-सतना खण्ड अंतर्गत पन्ना शहर के अंदर चौड़ीकरण हेतु निर्माण एजेंसी एमपीआरडीसी रीवा की मांग पर पन्ना जिला प्रशासन के द्वारा कराये गए भू-अर्जन में कुल 10 लोगों को अर्जित भूमि, मकान, वृक्ष, भूमि के मूल्य पर 10 प्रतिशत विकास राशि तथा 10 प्रतिशत सर्विस चार्ज सहित कुल प्रतिकर राशि- 6,98,28,804.10/- रुपए का भुगतान किया गया। उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार इसमें जिला कोंग्रेस अध्यक्ष दिव्यारानी सिंह एवं कोंग्रेस नेता किशन शिवहरे की भूमि का सर्वाधिक अधिग्रहण हुआ और दोनों को इसके एवज में सबसे अधिक राशि भी मिली। जबकि मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह एवं उनके छोटे भाई लोकेन्द्र प्रताप सिंह को 49,87,015/- की मुआवजा राशि प्राप्त हुई है।
 

 इससे पहले भी पन्ना की महारानी जीत ेश्वरी देवी जी  ने बृजेंद्र प्रताप सिंह( खनिज मंत्री)  के खिलाफ  पन्ना राजघराने द्वारा रक्षा विभाग को दान में दी गई जमीन पर कब्जे के मामले को लेकर उन्होंने केंद्र के दरवाजे खटखटाये है और जेपी नड्डा जी से एवं अमित शाह जी मुलाकात कर चुकी है जा और जानकारी सर्टिफाइड दस्तावेजों के आधार पर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है  जिसमे अभी तक इस पर किसी भी प्रकार का अमल देखने को नही मिला है  





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Sunday, December 20, 2020

अवैध हीरे की खदानों से अधिकारियों को हो रही है मोटी कमाई

  •  अवैध हीरे की खदानों से अधिकारियों को हो रही है  मोटी कमाई
  • अवैध खदानों से फल फूल रहा है हीरे का काला कारोबार
  • अवैध खदानों से निकले हुये हीरो को  खरीदने के लिए ,बाहरी व्यपरियो का रहता है डेरा
पन्ना के जेम qulity के हीरा 

दिखावे के लिए हुई कई बार कार्यवाही लेकिन नही रोक पाए हीरे का काला कारोबार अधिकारी

पन्ना ब्यूरो-विश्व एवं  देश दुनिया मे  अच्छी किस्म एवं उच्च गुणवत्ता  के हीरो के लिए  प्रसिद्ध मध्यप्रदेश का पन्ना जिला । हमेशा ही हीरो के नाम से सुर्खियों में बना रहता है जहा पर अधिकारियों की कृपा से जिले में लगातार कई दर्जन हीरे की अवैध खदाने वन परिक्षेत्र के अंदर ,निजी भूमियों पर एवं राजस्व भूमियों पर   संचालित है । लगभग दर्जनों अवैध हीरा खदान है पन्ना विधानसभा क्षेत्र के अंदर, 

संचलित अवैध खदाने

सरकोहा, रानीपुर, कृष्णा  कल्याणपुर , पटी बजरिया, कीटहा,बंगला,खिरवा,रहुनिया,सिरस्वहा ,इटवा खास ,रामखिरिया  बृषपति कुंड ,सेहा ,विश्रामगंज जैसे सैकड़ों की संख्या में अवैध हीरा खदाने चल रही है



अवैध हीरा खदानों से करोड़ों की राजस्व चोरी

अवैध हीरा खदानों से निकलने वाले बेशकीमती हीरे बाहर से आने वाले व्यापारी कम कीमतों में हीरे को खरीद लेते हैं जिसके बाद उसको तैयार कर बढ़े दामों में सूरत मुंबई जैसे बड़े शहरों में बेच देते हैं जिससे सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान होता है क्योंकि अगर यह हीरा पन्ना जिले में बने हीरा विभाग में जमा कराया जाए और इसकी नीलामी की जाए तो इसका कुछ हिस्सा राज्य शासन के खजाने में पहुंचता है। 

नही हुई आज तक सयुंक्त रूप है कोई कार्यवाही

आमतौर पर वन विभाग राजस्व विभाग एवं खनिज विभाग समय-समय पर दिखावे के लिए कार्यवाही तो करता है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आज तक कोई इस प्रकार की रणनीति को नहीं तैयार किया गया जिससे इस कारोबार में पूरी तरह रोक लग सके। 

क्यों नहीं हो पाती है प्रभावी कार्यवाही

अमूमन अवैध खदानों से निकलने वाला हीरा कई दिनों तक कई व्यापारियों के पास अपनी सही कीमत के लिए चलाया जाता है इसकी जानकारी पुलिस विभाग से लेकर खनिज विभाग तक को होती है लेकिन इस पर कार्यवाही इसलिए नहीं हो पाती है क्योंकि व्यापारियों का नेटवर्क संत्री से लेकर मंत्री तक होता है जिस कारण से हीरा बिकने के बाद इसका लाभ सभी में बराबरी से वितरित होता है जिस कारण से यह अवैध ही रखना ने धड़ल्ले से पनप रही है ।

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Monday, December 7, 2020

राष्ट्रीय उद्यान पन्ना में बफर में सफर योजना का शुभारंभ ,वन ग्रामों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं

 राष्ट्रीय उद्यान पन्ना में बफर में सफर योजना का शुभारंभ

  • वन ग्रामों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं-मंत्री श्री सिंह
  • आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए पर्यटन मील का पत्थर साबित होगा-कलेक्टर

प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के पर्यटन गेट गंगऊ अभ्यारण सीमा की बीट झिन्ना में बफर में सफर योजना का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी द्वारा इस योजना की घोषणा की गयी थी। आज इसका शुभारंभ हो गया। इस योजना से इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। 

पन्ना का नाम राष्ट्रीय उद्यान एवं हीरा के कारण पूरी दुनिया में जाना जाता है। जिले में अनेकों पर्यटन स्थल है अभी जो पर्यटक आते हैं वे खजुराहो से राष्ट्रीय उद्यान घूमकर चले जाते हैं। उन्हें पन्ना नगर तक लाने का प्रयास किया जाए। जिससे जिले के लोगों को रोजगार मिले। राष्ट्रीय उद्यान के कारण हीरा एवं पत्थर खदानें बंद हो चुकी हैं जिससे रोजगार समाप्त हो गया है। राष्ट्रीय उद्यान को पन्ना जिले के लिए वरदान साबित करने के लिए जिले में पर्यटन को बढावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वन ग्रामों में रहने वाले लोगों के कारण ही जंगल बचे हुए हैं 

इन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए। यही लोग जंगल को संरक्षित कर सकते हैं। पार्क के बफर जोन एवं कोर जोन से लगी आबादी एवं खेती को वन्य जीवोें द्वारा क्षति पहुंचाई जाती है। इनकी क्षति का मुआवजा समयसीमा में मिल जाए यह सुनिश्चित किया जाए। जिससे वन्य जीवों और जंगलों का तेजी से विकास हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वनों की कटाई एवं जानवरों का शिकार बंद हो चुका है। 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उद्यान का मतलब यह नही होना चाहिए कि क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो जाए। राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से निकलने वाली सडकों को बनाने की स्वीकृति देने के साथ अन्य विकास कार्य भी किए जाना चाहिए। वर्तमान में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान का नाम दुनियाभर में स्थापित हुआ है क्योंकि यहां वन्य जीवों की संख्या में निरंतर बढौत्तरी हो रही है। इसके साथ ही विकास कार्य होंगे तो लोगों को सुविधाए मिलेंगी। लोगों में राष्ट्रीय उद्यान के प्रति लगाव बढेगा जिससे उद्यान का संरक्षण भी होगा। पर्यटकों को पन्ना नगर तक पहुंचाने के प्रयास करें। पर्यटकों के लिए पन्ना में एतिहासिक, धार्मिक स्थल पहले से ही स्थापित है। इसके अलावा कलेक्टर पन्ना द्वारा डायमण्ड म्यूजियम की स्थापना की जा रही है। जिसे शीघ्र ही पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। 

इस अवसर पर कलेक्टर श्री संजय कुमार मिश्र ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के आपार संभावनाएं हैं। बफर में सफर आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी। राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटक पन्ना जिला मुख्यालय तक लाने के प्रयास निरंतर जारी है। पन्ना जिला मुख्यालय में एक दिन पर्यटक रूकता है तो रोजगार के अवसर उपलब्ध होना शुरू हो जाएंगे। 

जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री रविराज सिंह यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय उद्यान पन्ना का सारा लाभ छतरपुर को मिलता है। पन्ना को इसका लाभ तभी मिल सकेगा। जब नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटक पन्ना में आना प्रारंभ हो जाएंगे। 

क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व श्री उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि पार्क में पर्यटन से होने वाली आय का 25 प्रतिशत राशि बफर जोन में रहने वाले लोगों पर खर्च की जाती है। जिससे पर्यटन को बढावा मिले और यहां के लोग जंगल को सुरक्षित रखें। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश टिकट विक्रय का केन्द्र पन्ना नगर के डायमण्ड चैराहे पर प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने पार्क के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। 

इस अवसर पर श्री रघु चुंढावत के सौजन्य से इको विकास समिति झिन्ना को जिप्सी वाहन उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा इको विकास समिति झिन्ना श्री सुकई पाल, श्री गणेश सिंह यादव, श्री परमलाल यादव को 50-50 हजार रूपये के पौधे वितरित किए गए। वहीं वनाधिकार पत्रों का वितरण किया गया। इनमें श्री खेत सिंह, श्रीमती पूजा देवी, श्री प्रेम सिंह, श्री वीरेन्द्र सिंह एवं श्री अनुरूद्ध सिंह को किए गए। इसके अलावा श्री सुकई पाल, श्री विश्वनाथ पटेल, श्री लक्ष्मण पटेल, श्री लक्ष्मी केवट एवं श्री भागचन्द्र पटेल को पौधे वितरित किए गए। मंत्री श्री सिंह ने हितलाभ वितरण करने के साथ उपस्थितों से कहा कि आप लोगों से यह वन संरक्षित है। आप लोगों की हर समस्या का निदान किया जाएगा। मंत्री श्री सिंह द्वारा कार्यक्रम के समापन अवसर पर वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थितों के प्रति सहायक संचालक श्रीमती प्रतिभा शुक्ला द्वारा विनम्र आभार किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रमोद कुमार अवस्थी द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।




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Sunday, December 6, 2020

पन्ना टाईगर रिजर्व की फिर देखी गई बड़ी लापरवाही ,सड़क में घूम रहे है वनराज

पन्ना टाईगर रिजर्व की फिर देखी गई बड़ी लापरवाही। 

  • सड़क में घूम रहे है वनराज 
  • कुछ ही दिनों पहले ही हुए हदशे में रोड एक्ससीडेंट में गई थी बाघिन की जान

विचरण करते बाघ का छाया चित्र


पन्ना अमानगंज रोड के तारा ग्राम के  समीप सड़क किनारे विचरण करते दिखा फिर वनराज,  कैमरे में राहगीरों ने किया कैद । 
पन्ना टाईगर रिजर्व की फिर देखी गई बड़ी लापरवाही। 
नही दिखी दूर दूर तक टाईगर रिजर्व की कोई पेट्रोलिंग 
 20 दिन पहले इसी मार्ग पर सड़क हादसे में युवा बाघन की हुई थी मौत 
जिसके बाद पन्ना टाइगर रिजर्व के द्वारा 24 घंटे इस रोड पर पेट्रोलिंग का किया गया था दावा
 सड़क मार्ग पर सफर कर रहे इमरजेंसी 108 वाहन स्टॉप ने जैस सड़क किनारे  टाइगर को देखा  तो  गाड़ी खड़ी करके टाइगर की अठखेलियां को कैमरे में  कर लिया  कैद
गौरतलब हो की टाइगर इन दिनों पन्ना टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर रिहायशी इलाके में राहगीरों को दर्शन देकर रोमांचित करते देखे जा रहे है 
लेकिन पन्ना टाइगर रिज़र्व प्रबंधन की घोर लापरवाही आई  सामने 

रोड एक्ससीडेंट में मारी गई बघिन



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म्यूजियम का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए-कलेक्टर , जिले के पर्यटन में लग जाएंगे 4 चाँद

म्यूजियम का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए-कलेक्टर

  • डायमंड म्यूजियम के संबंध में सुझाव संबंधी बैठक सम्पन्न
  • डायमंड़ म्यूजियम बनने से पन्ना जिले में लग जाएंगे 4 चांद 

पन्ना कलेक्टर द्वारा कार्य की समीक्षा


कलेक्टर श्री संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता में डायमंड म्यूजियम निर्माण संबंधी बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने बैठक में उपस्थितों को सम्बोधित करते हुए कहा कि म्यूजियम का कार्य तेजी से चल रहा हैै। शीघ्र ही पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। इसको पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए समिति के सदस्य अपने-अपने सुझाव समय-समय पर देते रहें। 

म्यूजियम में दी जाए जानकारी  के लिए मॉडल तैयार किये जायें

 बैठक में सुझाव दिए गए कि हीरा उत्खनन की पूरी प्रोसिसिंग की जानकारी म्यूजियम में पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाए। हीरे का इतिहास और अलग-अलग तरह के परतो में मिलने वाले हीरों के संबंध में जानकारी का प्रदर्शन किया जाए। वहीं उथली खदानों से प्राप्त हीरों की पूरी प्रोसिंसिंग की जानकारी हीरो के माडल प्रदर्शित किए जाएं। हीरे के इतिहास की जानकारी की जाए। 

पन्ना जिला हीरो के लिए मशहूर 

फ़ाइल फ़ोटो चाल में हीरे की तलाश करते हुए 


भारत के अलावा किन-किन देशों में हीरे का उत्पादन होता है और उनमें क्या भिन्नता है इसकी जानकारी दी जाए। इसके साथ ही कोहिनूर के इतिहास की जानकारी दी जाए। लोगों को देखने के लिए अलग-अलग तरह की जानकारी अलग-अलग गैलरी में प्रदर्शित कराई जाए। हीरा तरासने के उपकरण का भी प्रदर्शन किया जाए। हीरे एवं पन्ना से संबंधित एक डाक्युमेन्टी फिल्म का प्रदर्शन स्टूडियों में किया जाए। इसमें हीरे के साथ साथ पन्ना के विशेष पर्यटन स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जाए। केन्द्र में सूचना केन्द्र, पार्किंग व्यवस्था, बुकिंग काउंटर स्थापित किए जाएं। सम्पन्न हुई इस बैठक में समिति के शासकीय एवं अशासकीय सदस्य उपस्थित रहे। 


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हृदय विदारक घटना : आग से जलकर माँ-बेटे का दर्दनाक दुखांत

हृदय विदारक घटना : आग से जलकर माँ-बेटे का दर्दनाक दुखांत

  • पन्ना नगर के गल्ला मण्डी क्षेत्र में बीती रात सामने आई घटना
  • गरीबी-बेरोज़गारी के चलते आग लगाकर आत्महत्या करने की चर्चा

पन्ना। (अमित सिंह ) मध्य प्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में शनिवार की रात एक वृद्धा और उसके जवान बेटे की आग से जलकर दर्दनाक मौत हो गई। आगजनी की यह घटना घर के अंदर की है और उस समय घर के दरवाजे अंदर से बंद थे। फिलहाल प्रारंभिक पुलिस जांच में घटना के कारणों का आधिकारिक तौर पर पता नहीं चल सका। मृतक के रिश्तेदार और पड़ोसियों की मानें तो गरीबी-बेरोजगारी के चलते माँ-बेटे ने स्वयं को आग के हवाले कर आत्महत्या की है। ह्रदय विदारक घटना की खबर आने के बाद से पन्ना नगर में शोक की लहर व्याप्त है। कोतवाली थाना पुलिस ने घटना की वास्तविकता का पता लगाने के लिए मर्ग कायम कर घटना के हर पहलू की गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है।

घटनास्थल पर पंचनामा कार्रवाई करते हुए पन्ना कोतवाली थाना पुलिसकर्मी।

पन्ना नगर के गल्ला मण्डी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक-04 में स्थित एक घर से शनिवार 05 दिसम्बर की रात करीब 10 आग की तेज लपटें उठने से इलाके में अफरा-तफरी फ़ैल गई। गंभीर हादसे की आशंका से घिरे आस-पड़ोस के लोगों द्वारा तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को कॉल कर आगजनी की सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुँचने तक स्थानीय लोग बिना समय गंवाए अपने स्तर पर आग को बुझाने में जुट गए। इस दौरान घर के दरवाजे अंदर से पाए गए। साथ ही दरवाजे के पीछे ईंटें रखी हुई मिलीं। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची नगर पालिका की फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने पानी की बौछारें छोड़कर आग पर काबू पाया। कोतवाली थाना पुलिस के जवानों एवं पड़ोसियों ने जब अंदर जाकर देखा तो वही हुआ जिसका सबको डर था ! कमरे के अंदर विनोद जाटव पुत्र स्व. बिहारी लाल जाटव 35 वर्ष व उसकी माँ धंती बाई जाटव पत्नी स्व. बिहारी लाल जाटव 65 वर्ष की आग से जलने के कारण मौके पर ही दर्दनाक मौत हो चुकी थी। माँ-बेटे के शव आग की लपटों से बुरी तरह झुलस चुके थे। फिलहाल इस घटना के कारणों का आधिकारिक तौर पर पता नहीं चल सका। लेकिन मृतक के पड़ोसियों और रिश्तेदारों का ऐसा मानना है कि, गरीबी-बेरोजगारी के चलते माँ-बेटे ने आत्मघाती कदम उठाया है। दिल दहला देने वाली इस घटना की खबर आने के बाद से नगर में शोक की लहर व्याप्त है।

कलेक्टर ने दी आर्थिक सहायता

माँ-बेटे की जिंदा जलने से मौत होने की स्तब्ध कर देने वाली घटना की जानकारी मिलने पर पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने रविवार की सुबह मौके पर पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस घटना पर गहरा दुःख और शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी सवेदनायें व्यक्त करते हुए उन्होंने मृतकों के आश्रितों को फौरी तौर पर बीस हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की। कलेक्टर ने घटना की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों को सूक्ष्मता से जांच करने के आदेश दिए हैं। इस दौरान पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीणा (आईएएस) भी मौके पर मौजूद रहे। वहीं पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली थाना पन्ना के निरीक्षक एवं फोरेंसिक टीम को घटना की जांच के संबंध आवश्यक निर्देश दिए हैं


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जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...