Monday, January 23, 2023

सालो से अटकी कृषि महाविद्यालय को मिल गई हरी झंडी , प्रवेश प्ररंभ के बाद कृषि महाविद्यालय की कक्षाएं होगी संचालित

संचालन की मिली अनुमति ,एक सप्ताह में शुरू होगी बीएससी कृषि की कक्षाएं

पन्ना ब्यूरो -किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप सचिव द्वारा पन्ना के ग्राम लक्ष्मीपुर में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कृषि महाविद्यालय के संचालन और बीएससी (कृषि) की प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है। साथ ही वर्तमान सत्र में चयनित छात्रों को महाविद्यालय आवंटन के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में विभाग जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है।गौरतलब है कि पूर्व में पन्ना आगमन पर मुख्यमंत्री श शिवराज सिंह चौहान द्वारा पन्ना में कृषि महाविद्यालय स्थापित करने की घोषणा तथा गत 02 नवम्बर को जेके सीमेंट प्लांट के लोकार्पण अवसर पर आगमन पर दिए गए निर्देशों के परिपालन में कृषि महाविद्यालय पन्ना में स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राओं के प्रवेश प्रक्रिया की कार्यवाही प्रचलन में है। आगामी एक सप्ताह में कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा।पन्ना में कृषि महाविद्यालय की स्थापना और संचालन के लिए शासन स्तर से सभी जरूरी समन्वय व प्रयास किए गए। इसके फलस्वरूप जिला प्रशासन द्वारा विगत 15 दिवस में कृषि विज्ञान केन्द्र के पुराने भवन में प्रथम वर्ष की कक्षा संचालन के लिए सभी आवश्यक मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। कलेक्टर  संजय कुमार मिश्र के निर्देशन व मार्गदर्शन में महाविद्यालय के संचालन के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दायित्व सौंपा गया था।मुख्यमंत्री  चौहान की घोषणा उपरांत मंत्रिपरिषद के अनुमोदन से पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय स्थापना की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई थी। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गत 5 दिसम्बर को परियोजना परीक्षण समिति की संपन्न हुई बैठक में भी महाविद्यालय की स्थापना के लिए प्रशासकीय अनुमोदन उपरांत वित्त विभाग को जरूरी प्रस्ताव भेजा गया था। अब मंत्रिपरिषद से स्वीकृति की प्रत्याशा में कृषि शिक्षा के विस्तारीकरण के उद्देश्य वर्तमान शैक्षणिक सत्र में ही कृषि महाविद्यालय पन्ना में छात्रों के प्रवेश की विधिवत कार्यवाही के संबंध में आदेश जारी किया गया है।

कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा  जिला कलेक्टर द्वारा सोमवार को लक्ष्मीपुर पहुंचकर कृषि महाविद्यालय की व्यवस्थाओं और विधिवत कक्षा संचालन के लिए जरूरी सुविधाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया गया। इस दौरान संबंधित विभागीय अधिकारियों से अध्ययन-अध्यापन, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, खेल मैदान सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। कलेक्टर  मिश्र ने कहा कि पन्ना में कृषि महाविद्यालय का संचालन प्रारंभ होना कृषि के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। स्थानीय छात्रों को पन्ना में ही अध्ययन उपरांत कृषि क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए बेहतर अवसर मिलेगा। साथ ही कृषि क्षेत्र में तकनीक और अनुसंधान के जरिए फसल उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। महाविद्यालय की स्थापना से नवाचार के जरिए कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी के माध्यम से किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त होने का मौका भी मिलेगा।

जबलपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध 8वां पन्ना का कृषि महाविद्यालय होगा मध्यप्रदेश में वर्तमान में दो कृषि विश्वविद्यालय संचालित हैं। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा कृषि महाविद्यालयों को संबद्धता प्रदान की गई है। पन्ना का शासकीय कृषि महाविद्यालय जबलपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध होगा। विश्वविद्यालय के अधीन पूर्व से जबलपुर सहित रीवा, टीकमगढ़, गंजबासौदा (विदिशा), वारासिवनी (बालाघाट), पवारखेड़ा (होशंगाबाद), खुरई (सागर) में कृषि महाविद्यालय का संचालन हो रहा है।



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Saturday, January 21, 2023

अजयगढ़ रेत के खनन माफिया ने , मंत्री से लेकर शिवराज सरकार के सिस्टम को ठोकी ताल

जीजा जी की देन ,रामनई वाले पांडेय जी की देन ,राम नाम सत्य है,केन की देन के,मजाकिया स्लोगन देकर सिस्टम को चुनोती

अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ सौंपा ज्ञापन ,मजाक बना है प्रशासन,कार्यवाही से क्यो बच रहा है खनिज विभाग 

फर्जी टोकन के माध्यम से रेत माफिया बेच रहा रेत,प्रशासन मौन

रेत का उत्खनन कर एलएनटी से लोड हो रहे वाहन

पन्ना ब्यूरो- अजयगढ़ क्षेत्र में एक दबंग रेत माफिया शासन व प्रशासन को चैलेंज देकर अजयगढ़ की केन नदी से अवैध रेत खनन कर फर्जी टोकन के माध्यम से खुलेआम रेत बेच रहा है मामला यूं ही नहीं है साहब यह ठेकेदार तो प्रशासन का जनता के सामने मंत्री से लेकर  शिवराज सरकार के सिस्टम  तक का मजाक बना के रखा है  क्योंकि इसने मजाकिया टोकन बनाकर जिला प्रशासन एवं खनिज मंत्री ,सरकार को आड़े हाथ लिया है जहां पर कहीं "जीजा जी की देन" तो कहीं" रामनई वाले पांडे जी की देन" राम नाम सत्य है कैन की देन के नाम से फर्जी टोकन देकर अवैध रेत का उत्खनन एवं परिवहन करवाया जा रहा है इसकी जानकारी लगने के बाद भी प्रशासन ने इस विषय में किसी भी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया है और धड़ल्ले से रेत का अवैध उत्खनन जारी है  और शासन के राजस्व की चोरी कर रहा है क्षेत्र की आम जनता को प्रधान मंत्री आवास मुख्यमंत्री आवास व निजी  कार्यो के लिए रेत उपलब्ध नहीं हो रही लोगो को मजबूरी बस महंगी रेत लेनी पड़ रही है वही दबंग रेत माफिया खुलेआम अजयगढ़ क्षेत्र में अपना खुद का सिक्का चलाकर क्षेत्र की खनिज सम्पदा को बेचकर शासन को करोड़ों रुपया का चूना लगा है

खदान का ठेका होने के बाद ,नहीं हुआ अनुबंध फिर भी जिले में रेत का अवैध  उतखनन जारी,बिना परमिशन  के अवैध  रेत के नाका संचालित , आखिर किसका संरक्षण  ,रेत माफिया की दबंगई ऐसी की ना कोई ठेका न कोई एग्रीमेंट न कोई फिटपास फिर भी एक कागज के टुकड़े में रेत की चोरी खुलेआम की जा रही है रेत माफिया के फर्जीवाड़े की शिकायत लेकर अजयगढ़ क्षेत्र की आम जनता राज्यपाल के नाम ज्ञापन लेकर तहसीलदार अजयगढ़ के पास पहुंची एवं रेत का अवैध उत्खनन बंद करने व फर्जी टोकन के माध्यम से रेत की चोरी करने वाले खनन माफिया पर कार्यवाही करने मांग आम जनता ने की है सवाल इस बात का है की फर्जी टोकन के माध्यम से केन नदी की रेत खुलेआम बेची जा रहे है और प्रशासन मौन है जबकि शासन को करोड़ों रुपया की राजस्व की हानि हो रही है ! अवैध रूप से संचालित खदाने वीरा ,भानपुर ,बरकोला ,रामनई, में गुर्गो द्वारा पुलिस के संरक्षण में रेत को खदाने संचालित हो रही है अब इसका मसीहा कोन है ????

सुरेंद्र कुमार अहिरवार  तहसीलदार अजयगढ़ का कहना है  रेत के अवैध उत्खनन  और फर्जी टोकन देकर और नाका लागकर अवैध वसूली के आरोप है  जांच करवा कर कार्यवाही  की जाएगी





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Wednesday, January 18, 2023

नही थम रहा वन्य जीव की मौतों का सिलसिला ,विभाग की कार्यप्रणाली संदिग्ध

पन्ना टाइगर रिजर्व के एक और तेन्दुए की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत,

घंटो बीत जाने के बावजूद नही पहुंचा वन अमला  ,वन अमला अनुभूति  कार्यक्रम मे मस्त 

ब्यूरो पन्ना /मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, आला अधिकारीयो की सख्ती जमीनी स्तर पर नाकाम साबित हो रही है, जिसके चलते 17 जनवरी मंगलवार को एक बार फिर पवई वन परिक्षेत्र अंतर्गत बमुरहा ग्राम से एक तेंदुए के बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है, बताया जाता है कि मंगलवार दोपहर को ग्रामीणों ने मृत तेंदुए के शव को खेत में पड़ा देखा, और कई बार वन विभाग से संपर्क करने का भी प्रयास किया, लेकिन पवई वन अमला अपने अनुभूति कार्यक्रम में मदमस्त रहा, और घंटों बीत जाने के बावजूद शाम 5 बजे तक मौके पर नही पहुंचा, 

नही थम रहा है मौत का सिलसिला 

बता दें कि वन्य प्राणीयो की मौतों को रोकने के लिए आला अधिकारीयो द्वारा धारा 144 तक लागू कर दी गई है, लेकिन न तो वन्य प्राणियों की मौत थमने का नाम ले रही है, और ना ही शिकारियों के हौसले पस्त हो रहे हैं, फिल्हाल हमारे द्वारा फोन पर हुई चर्चा में DFO पुनीत सोनकर का कहना है कि मुझे कुछ देर पहले ही घटना की जानकारी लगी है और तुरंत वन अमले को मौके पर पहुँचने के निर्देश दिये है, लेकिन वन विभाग की इस घनघोर लापरवाही के चलते मौका स्थल पर ग्रामीणों का हुजूम लगा हुआ है,वही किसी अन्य जानवर के द्वारा तेंदुए के शव को क्षति पहुंचाने का भी अंदेशा बना हुआ है



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जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...