संचालन की मिली अनुमति ,एक सप्ताह में शुरू होगी बीएससी कृषि की कक्षाएं
पन्ना ब्यूरो -किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप सचिव द्वारा पन्ना के ग्राम लक्ष्मीपुर में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कृषि महाविद्यालय के संचालन और बीएससी (कृषि) की प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है। साथ ही वर्तमान सत्र में चयनित छात्रों को महाविद्यालय आवंटन के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में विभाग जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है।गौरतलब है कि पूर्व में पन्ना आगमन पर मुख्यमंत्री श शिवराज सिंह चौहान द्वारा पन्ना में कृषि महाविद्यालय स्थापित करने की घोषणा तथा गत 02 नवम्बर को जेके सीमेंट प्लांट के लोकार्पण अवसर पर आगमन पर दिए गए निर्देशों के परिपालन में कृषि महाविद्यालय पन्ना में स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राओं के प्रवेश प्रक्रिया की कार्यवाही प्रचलन में है। आगामी एक सप्ताह में कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा।पन्ना में कृषि महाविद्यालय की स्थापना और संचालन के लिए शासन स्तर से सभी जरूरी समन्वय व प्रयास किए गए। इसके फलस्वरूप जिला प्रशासन द्वारा विगत 15 दिवस में कृषि विज्ञान केन्द्र के पुराने भवन में प्रथम वर्ष की कक्षा संचालन के लिए सभी आवश्यक मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के निर्देशन व मार्गदर्शन में महाविद्यालय के संचालन के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दायित्व सौंपा गया था।मुख्यमंत्री चौहान की घोषणा उपरांत मंत्रिपरिषद के अनुमोदन से पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय स्थापना की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई थी। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गत 5 दिसम्बर को परियोजना परीक्षण समिति की संपन्न हुई बैठक में भी महाविद्यालय की स्थापना के लिए प्रशासकीय अनुमोदन उपरांत वित्त विभाग को जरूरी प्रस्ताव भेजा गया था। अब मंत्रिपरिषद से स्वीकृति की प्रत्याशा में कृषि शिक्षा के विस्तारीकरण के उद्देश्य वर्तमान शैक्षणिक सत्र में ही कृषि महाविद्यालय पन्ना में छात्रों के प्रवेश की विधिवत कार्यवाही के संबंध में आदेश जारी किया गया है।
कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा जिला कलेक्टर द्वारा सोमवार को लक्ष्मीपुर पहुंचकर कृषि महाविद्यालय की व्यवस्थाओं और विधिवत कक्षा संचालन के लिए जरूरी सुविधाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया गया। इस दौरान संबंधित विभागीय अधिकारियों से अध्ययन-अध्यापन, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, खेल मैदान सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। कलेक्टर मिश्र ने कहा कि पन्ना में कृषि महाविद्यालय का संचालन प्रारंभ होना कृषि के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। स्थानीय छात्रों को पन्ना में ही अध्ययन उपरांत कृषि क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए बेहतर अवसर मिलेगा। साथ ही कृषि क्षेत्र में तकनीक और अनुसंधान के जरिए फसल उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। महाविद्यालय की स्थापना से नवाचार के जरिए कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी के माध्यम से किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त होने का मौका भी मिलेगा।
जबलपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध 8वां पन्ना का कृषि महाविद्यालय होगा मध्यप्रदेश में वर्तमान में दो कृषि विश्वविद्यालय संचालित हैं। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा कृषि महाविद्यालयों को संबद्धता प्रदान की गई है। पन्ना का शासकीय कृषि महाविद्यालय जबलपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध होगा। विश्वविद्यालय के अधीन पूर्व से जबलपुर सहित रीवा, टीकमगढ़, गंजबासौदा (विदिशा), वारासिवनी (बालाघाट), पवारखेड़ा (होशंगाबाद), खुरई (सागर) में कृषि महाविद्यालय का संचालन हो रहा है।
No comments:
Post a Comment