Wednesday, April 26, 2023

कैबिनेट मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह के प्रयासों से ,,जिले को मिल रही नई उचाईयां,

कैबिनेट मंत्री ने केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से भेंट,कर सौपा पत्र

पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत होने वाले विकास कार्यों को लेकर की चर्चा पर्यटन को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य,, एनएमडीसी की हीरा खदान को जल्द मिलेगी हरी झंडी,

पन्ना टाइगर रिजर्व एवं एनएमडीसी खदान संचालन संबंधी अनुमतियों के संबंध में सौंपा पत्र

पन्ना ब्यूरो -खजिन साधन एवं श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव से भेंट की और पन्ना टाइगर रिजर्व अंतर्गत एनएच 75, हरसा मोड़ से सलैया तक मार्ग उन्नयन के लिए गंगऊ अभ्यारण की 2.79 हेक्टेयर वन भूमि म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण पन्ना के उपयोग के लिए वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत जनहित में अनुमति के संबंध में पत्र के माध्यम से अवगत कराया।

पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अकोला गेट से हिनौता गेट तक पर्यटन मार्ग शीघ्र प्रारंभ करने की मांग 

टाइगर रिजर्व अंतर्गत गंगऊ अभ्यारण में एनएमडीसी की हीरा खदान क्षेत्र उत्खनन की पर्यावरणीय अनुमति प्रदान किए जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान करने का अनुरोध भी किया है। इस संबंध मंे केन्द्रीय मंत्री को भारत सरकार द्वारा परियोजना के लीज नवीनीकरण की अनुमति प्रदान करने के बारे में भी जानकारी दी। खनिज मंत्री ने पीटीआर क्षेत्र अंतर्गत गुदलहा से मडै़यन मार्ग निर्माण के लिए 2.69 हेक्टेयर वन भूमि लोक निर्माण विभाग पन्ना को उपयोग पर देने के बारे में भी अवगत कराया है। टाइगर रिजर्व का उक्त प्रस्तावित क्षेत्र कोर क्षेत्र में न होकर टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में है। खनिज मंत्री के विभिन्न अनुमतियों संबंधी प्रस्ताव पर केन्द्रीय मंत्री द्वारा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। 



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Saturday, April 8, 2023

मध्य प्रदेश में चुनावी मौसम शुरू ,,जातिगत समीकरण बनाने लगी पार्टी

पन्ना जिले में भी सभी राजनैतिक पार्टियों ने चुनावी तैयारियां की शुरू,,

पन्ना जिले में सीधा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होता है,,

केंद्र से लेकर  प्रदेश में और जिले में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है ,,

पन्ना ब्यूरो-भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता बूथ जिताओ ओर बीजेपी लाओ के कार्यक्रम में लग चुका है । वही पार्टी में विघटन दूर करने के लिए निचले स्तर से लेकर ऊपर स्तर तक के बड़े-बड़े राजनेता समीकरण बनाने में लगे हुए वही पन्ना विधानसभा मैं जीत के लिए जातीय समीकरण  महत्वपूर्ण होता है यहां पर  ओबीसी और ब्राह्मण फैक्टर निर्णायक भूमिका में रहता है । 2018 से पहले पन्ना विधानसभा सीट से कद्दावर नेता कुसुम सिंह मेहदेले यहां से बीजेपी की विधायक रही हैं जोकि लोधी समाज से आती है । लेकिन पन्ना विधानसभा में ओबीसी का सबसे बड़ा एक धड़ा लोधी समाज का है जिस कारण से इस सीट में भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा ओबीसी कैंडिडेट पर अपना भरोसा जताया है ।लेकिन 2018 के पन्ना विधानसभा से सिटिंग विधायक कुसुम सिंह मेहदेले की सीट काटकर भारतीय जनता पार्टी ने पवई विधानसभा से बृजेंद्र प्रताप को शिफ्ट करके पन्ना विधानसभा से उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर दिया था ।और कुसुम सिंह महदेले को उम्र का हवाला देकर किनारे कर दिया अब वही 2018 के चुनाव में बृजेंद्र प्रताप सिंह ने बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी की इस सीट को सुरक्षित रखा ।

विधानसभा में चर्चा है कि इन साढ़े चार साल के कार्यकाल में  कुसुम सिंह महदेले और बृजेंद्र प्रताप सिंह के बीज मनमुटाव की खबरें हमेशा सामने आती रही है। वही ना ही कभी इन दोनों नेताओं को एक मंच पर देखा गया है यह तक कि कभी भी दोनो नेताओं ने सार्वजनिक मंच को भी नही साझा किया गया है 


सत्ता का सुख,,सब कुछ संभव कर देता है

आश्चर्य की बात यह है कि अब दोनों नेताओं के बीच सारे गिले शिकवे दूर करता दिखाई दे रहा है इसीलिए अब 2023 के चुनाव आते ही सब कुछ बदला हुआ दिख रहा है।सोशल मीडिया से लेकर  सार्वजनिक मंच को भी दोनों राजनेता साझा कर रहे हैं ।और उनकी फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर जम कर पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा वायरल भी की जा रही है ।ताकि चुनाव से पहले इस बात का संदेश दिया जा सके कि बृजेंद्र प्रताप सिंह और कुसुम सिंह महदेले के बीच में किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं ।

लेकिन सवाल यह खड़े होते हैं कि किन शर्तो पर तय हुआ है  समझौता ????

क्या कुसुम सिंह महदेले किसी और सीट से चुनाव लड़ेंगी या फिर विधानसभा छोड़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार होंगी या फिर चुनाव होने के बाद कुसुम सिंह मेहदेले दरकिनार हो जाएंगे ।क्योंकि वर्तमान परिस्थिति में जरूरत को समझते हुए  पन्ना विधानसभा में जीतने के लिए लोधी से लेकर ओबीसी फैक्टर को साधना,, भारतीय जनता पार्टी के लिए जरूरी था, वही अगर ब्राह्मणों की बात की जाए तो मीना पांडे को नगर पालिका अध्यक्ष बना कर ब्राह्मणों को भी साधने का प्रयास पार्टी और बृजेंद्र प्रताप सिंह ने किया है ,,लेकिन अब विधानसभा में नगर पालिका अध्यक्ष के बनने से ब्राह्मण फैक्टर खफा दिख रहा हैअब ब्राह्मण में भी गुटबाजी दिख रही है जिससे भाजपा को नुकसान हों सकता है 

और चुनाव से ठीक 7 महीने पहले से ही सारे समीकरणों को केंद्रित करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन देखना यह है |कि कांग्रेस बीजेपी इस गढ़ को तोड़ने के लिए कौन सी नई रणनीति के साथ पन्ना विधानसभा में उतरेगी और पन्ना  विधानसभा की जनता किस पर विश्वास दिखाएगी



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Friday, February 24, 2023

हीरे के बाजार में आर्थिक मंदी के कारण नहीं बिके हीरे,, जिले में ब्लैक हीरे के मार्केट ने भी दिखाया असर,

तीन दिन की हीरो की नीलामी में एक करोड़ 36 लाख 83 हजार के 83 नग हीरे बिके

पहले दिन 24 लाख तो दूसरे दिन 22 लाख के हीरे हुए थे नीलाम

पन्ना अमित सिंह-:  पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में हीरो की नीलामी में 1 करोड़ 36 लाख 83 हजार के 83 नग हीरे ही बिक सके हैं जबकि इस नीलामी में 4 करोड़ 13 लाख के 218 नग हीरे रखे गए थे। जानकारी के अनुसार हीरों के व्यापार में आर्थिक मंदी के चलते एवं प्रचार प्रसार न होने के कारण  व्यापारी भी कम आए ,,तो वही बड़े व उज्जवल किस्म के हीरे नहीं बिक सके।  तीन दिवसीय संपन्न हुई इस नीलामी में विभाग द्वारा रखे गए हीरो में से आधे से भी कम हीरे  बिक सके है,,,

पहले दिन 24 लाख तो दूसरे दिन 22 लाख के हीरे हुए थे नीलाम

पन्ना में तीन दिनों में संपन्न हुई हीरो की नीलामी में पहले दिन 21 फरवरी को 6 ट्रे में 13 नंग हीरे 26.28 केरेट हीरे कुल 24 लाख 17 हजार 7 सो 23 रुपए में नीलाम हुए थे। वही दूसरे दिन 07 ट्रे में 34 नंग हीरे रखे गए थे, जिनका का वजन 23.15 केरेट था जो 22 लाख 24 हजार 960 रुपए में नीलाम हो सके थे। नीलामी के अंतिम तीसरे दिन 23 फरवरी को 28 ट्रे मैं 46 नग 85.12 केरेट वजन के हीरे रखे गए थे जो 90 लाख 40 हजार 891 रुपए में विके। इस प्रकार पूरी नीलामी में  एक करोड़ 36 लाख 83 हजार 554 रुपए मैं नीलाम हुए।

अंतरराष्ट्रीय डायमंड मार्केट में मंदी और जिले में ब्लैक मार्केट के चलते व्यपारियो  ने नही खरीदे हीरे ,,,,जानकारी अनुसार  अभी वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय डायमंड मार्केट में मंदी चल रही है और प्रमुख कारण यह माना जा रहा है कि जिले में जिस तरह से ब्लैक मार्केट में हीरा बिकने से हीरा व्यापारी केवल नाम के लिए हीरा नीलामी में हिस्सा लेते हैं जिस कारण इस नीलामी में व्यापारियों ने बड़े हीरे खरीदने में रुचि नहीं दिखाई। नीलामी में कम संख्या में ही सही लेकिन गुजरात राजस्थान मुंबई दिल्ली सहित मध्य प्रदेश के कई लोगों से व्यापारी आए हुए थे और उन्होंने इस हीरे की नीलामी में भाग भी लिया था। इसी सब के चलते हैं इस हीरे नीलामी का आकर्षक का केंद्र सबसे बड़ा हीरा 14.21 केरेट और 11.64 केरेट के हीरे नहीं नीलाम हो सके।



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जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...