Friday, February 24, 2023

हीरे के बाजार में आर्थिक मंदी के कारण नहीं बिके हीरे,, जिले में ब्लैक हीरे के मार्केट ने भी दिखाया असर,

तीन दिन की हीरो की नीलामी में एक करोड़ 36 लाख 83 हजार के 83 नग हीरे बिके

पहले दिन 24 लाख तो दूसरे दिन 22 लाख के हीरे हुए थे नीलाम

पन्ना अमित सिंह-:  पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में हीरो की नीलामी में 1 करोड़ 36 लाख 83 हजार के 83 नग हीरे ही बिक सके हैं जबकि इस नीलामी में 4 करोड़ 13 लाख के 218 नग हीरे रखे गए थे। जानकारी के अनुसार हीरों के व्यापार में आर्थिक मंदी के चलते एवं प्रचार प्रसार न होने के कारण  व्यापारी भी कम आए ,,तो वही बड़े व उज्जवल किस्म के हीरे नहीं बिक सके।  तीन दिवसीय संपन्न हुई इस नीलामी में विभाग द्वारा रखे गए हीरो में से आधे से भी कम हीरे  बिक सके है,,,

पहले दिन 24 लाख तो दूसरे दिन 22 लाख के हीरे हुए थे नीलाम

पन्ना में तीन दिनों में संपन्न हुई हीरो की नीलामी में पहले दिन 21 फरवरी को 6 ट्रे में 13 नंग हीरे 26.28 केरेट हीरे कुल 24 लाख 17 हजार 7 सो 23 रुपए में नीलाम हुए थे। वही दूसरे दिन 07 ट्रे में 34 नंग हीरे रखे गए थे, जिनका का वजन 23.15 केरेट था जो 22 लाख 24 हजार 960 रुपए में नीलाम हो सके थे। नीलामी के अंतिम तीसरे दिन 23 फरवरी को 28 ट्रे मैं 46 नग 85.12 केरेट वजन के हीरे रखे गए थे जो 90 लाख 40 हजार 891 रुपए में विके। इस प्रकार पूरी नीलामी में  एक करोड़ 36 लाख 83 हजार 554 रुपए मैं नीलाम हुए।

अंतरराष्ट्रीय डायमंड मार्केट में मंदी और जिले में ब्लैक मार्केट के चलते व्यपारियो  ने नही खरीदे हीरे ,,,,जानकारी अनुसार  अभी वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय डायमंड मार्केट में मंदी चल रही है और प्रमुख कारण यह माना जा रहा है कि जिले में जिस तरह से ब्लैक मार्केट में हीरा बिकने से हीरा व्यापारी केवल नाम के लिए हीरा नीलामी में हिस्सा लेते हैं जिस कारण इस नीलामी में व्यापारियों ने बड़े हीरे खरीदने में रुचि नहीं दिखाई। नीलामी में कम संख्या में ही सही लेकिन गुजरात राजस्थान मुंबई दिल्ली सहित मध्य प्रदेश के कई लोगों से व्यापारी आए हुए थे और उन्होंने इस हीरे की नीलामी में भाग भी लिया था। इसी सब के चलते हैं इस हीरे नीलामी का आकर्षक का केंद्र सबसे बड़ा हीरा 14.21 केरेट और 11.64 केरेट के हीरे नहीं नीलाम हो सके।



WhatsApp

Thursday, February 23, 2023

भाग्यरेखा साबित होगी पन्ना से पहाड़ीखेरा रोड,,विकास पुरुष बने, ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह

खनिज मंत्री विकास यात्रा में हुए शामिल,,, हर घर पहुचा विकास,

वितरित किया गया योजनाओं का लाभ,, विकास पुरुष ने नया इतिहास रचा

पन्ना - खनिज साधन एवं श्रम मंत्री  बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा है कि प्रत्येक नागरिकों को त्वरित रूप से शासकीय सेवाओं का लाभ प्रदान करने व मौके पर हितलाभ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी विधानसभा क्षेत्रों में विगत 05 फरवरी से निरंतर विकास यात्राएं निकाली जा रही हैं। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान की भांति विकास यात्रा का आयोजन भी जनकल्याण के लिए किया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री  सिंह ने आज पन्ना विधानसभा की विकास यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। खनिज मंत्री गुरूवार को धरमपुर और हीरापुर में निकाली गई विकास यात्रा में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि गरीब व पात्र हितग्राहियों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने व समस्याओं के निराकरण के लिए विकास यात्रा उपयोगी साबित हुई है। बगैर भेदभाव के सभी पात्र लोगों को इस यात्रा के माध्यम से लाभ मिल रहा है। सभी नागरिक इस बेहतर अवसर का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी वर्ग के हितग्राहियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह व निकाह योजना में गरीब बेटियों के विवाह समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए गरीब व्यक्तियों के प पुरुष क्के मकान का सपना साकार हुआ है। सौभाग्य योजना के माध्यम से गांव-गांव तक बिजली पहुंचाई गई है। वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिलने लगेगा। स्वामित्व योजना के तहत मकान व भूखण्ड के अधिकार पत्र प्रदान करने की पहल भी सुनिश्चित की गई है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में वरिष्ठ नागरिकों को अब हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा का अवसर भी मिलेगा। महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से आगामी 5 मार्च से लाडली बहना योजना के तहत आवेदन पत्र भरवाए जाएंगे।

वर्षाकाल के पहले ही मिलेगी हाइवे सड़क ,,,की सौगात
मंत्री  सिंह ने कहा कि पन्ना-पहाडीखेरा टू लेन सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। वर्षाकाल के पहले सड़क की सौगात मिलने से बेहतर आवागमन सुनिश्चित होने के साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। उन्होंने अवगत कराया कि सार्थक प्रयास कर शासन स्तर से जरूरी समन्वय उपरांत इस बहुप्रतीक्षित सड़क की सौगात मिली है। गत दिनों भूमिपूजन के बाद तीव्र गति से सड़क का निर्माण कार्य जारी है। यह रोड क्षेत्र की भाग्यरेखा साबित होगी। 

प्रत्येक राजस्व ग्राम को जोड़ेगी सड़के,, सौगातों का पिटारा खुला ,

उन्होंने कहा कि रमखिरिया-गहरा सड़क का भी शीघ्र भूमिपूजन होगा। सिरस्वाहा-मडैयन सड़क की स्वीकृति की बात भी कही। उन्होंने कहा कि पहाड़ीखेरा में विद्युत सबस्टेशन और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सौगात भी आगामी दिनों में मिलेगी। सिंचाई सुविधा के लिए नवीन बांध का सर्वे कराने और प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी कहा। उन्होंने ग्रामवासियों को विकास कार्यों की सौगात प्रदान की। साथ ही जनहितैषी कार्यों की घोषणा भी की। कलेक्टर  संजय कुमार मिश्र ने बीपीएल सहित अन्य हितलाभ के लिए प्राप्त आवेदनों तथा स्वीकृति के संबंध में अवगत कराया। इसके अलावा ग्राम जन सुविधा केन्द्र में आवेदकों से प्राप्त आवेदन पत्रों पर एक सप्ताह में निराकरण संबंधी जानकारी से अवगत कराया। विकास यात्रा की अवधि में प्राप्त आवेदनों तथा विभिन्न विकास कार्यों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार भी है। इसलिए अवसर का लाभ जरूर लें। मंत्री श्री सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन कर किया। हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ भी वितरित किए गए।


WhatsApp

Tuesday, February 21, 2023

पन्ना टाइगर के भीष्म पितामह लापता ,,,प्रबंधन की पहुंच से बाहर ,गुमनाम हो गया पन्ना टाइगर रिज़र्व का जनक

टी 3 ने ही पन्ना टाइगर रिजर्व में बसाया  बाघों का संसार ,,,

दबंग बेटे हीरा पी -111  ने हीं छीना था इलाका , पेच  टाइगर रिजर्व से लाया गया था बाघ टी -3

फादर ऑफ पन्ना टाइगर रिज़र्व टी3

पन्ना अमित सिंह -मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने वाले भीष्म पितामह T-3 के ना मिलने से पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन परेशान ,,, बाघ विहीन हो जाने के बाद लाया गया था फादर ऑफ पीटीआर( टी -3) ,,पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघ विहीन हो जाने  के बाद , बाघ पुनर्स्थापना के लिए मुहिम छेड़ी गई और साल 2008 के पहले ही बाघ विहीन हो चुके पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना का कार्यक्रम शुरू किया गया था,,,, इसके लिए बांधवगढ़ से बाघिन टी-1 और पेंच टाइगर रिजर्व से  बाघ  T-3 जिसे पिता कहा जाता है जिसे 7 नवम्बर 2010 को लाया गया  और अन्य एक बाघिन टी 2 को लाया गया था एक बाघ और दो बाघिन ने अपना वंश  बढ़ाना शुरू किया था और पन्ना टाइगर रिजर्व के पिता ने  52 बाघों का संसार बसाने में विशेष योगदान  रहा है 

बाघ टी 3 अपनी ही संतानों से अपने रहवास  बचाने के लिए संतानों से आपसी लड़ाई कर रहा था,, लेकिन अब पन्ना टाइगर रिजर्व के जनक कहे जाने वाले T-3 का कई दिनों से पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघों के संसार में ना देखने से प्रबंधन परेशान हो गया है प्रबंधन की जानकारी में आते ही प्रबंधन ने इसकी तलाश चालू कर दी है ,,, पन्ना टाइगर रिजर्व के बढ़ते कुनबा को देखते हुए बाघ टी 3 अपना ठिकाना और इलाका बहुत पहले छोड़ दिया था  लेकिन बाघो को रेडियो कॉलर होने से बाघों की मॉनिटरिंग सतत रूप से जारी थी  लेकिन पिछले सालों में रेडियो कॉलर को निकाल देने से बाघों की मॉनिटरिंग एवं प्रत्येक बाघ की मॉनिटरिंग करना असंभव हो गया ,, अब T3 के लापता होने से प्रबंधन की चिंता बढ़ती जा रही है ,,कि कहीं बाघ की बढ़ती उम्र के कारण बाघ दुनिया को तो नही छोड़ दिया है ,,लेकिन अब इसकी उम्र लगभग 18 वर्ष हो चुकी है कुल मिलाकर या कहें कि यह है जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर   है या यूं कहें  इस दौरान भोजन के लिए भी भटकना पड़ता होगा ,

तालगांव पठार को बनाया था T-3 ने ठिकाना

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापन के बाद आए पहले बाघ T-3 ने जंगलों की खाक छानकर यहां स्थित तालगांव पठार को अपना पहला इलाका बनाया था। इस इलाके में वह साथी बाघिन टी1 और टी 2 के साथ इसी इलाके को टेरिटरी बनाकर रखा था। यह वह इलाका था जहां से पन्ना में बाघों की वंश बढ़ना शुरू हुआ था। ,दबंग बेटे हीरा ने जो पिछले दिनों खत्म हो गया। यह वहीं टाइगर था, जो बिलकुल अपने पिता के जैसे ही दबंग, तेज, खुंखार था। जवानी में कदम रखते ही उसने सबसे पहले अपने पिता का इलाका तालगांव पठार पर कब्जा जमाया था। उसके कारण ही पिता बाघ T-3 को अपना इलाका छोड़ना पड़ा था।

बाघों की उम्र ,,एक साधारण  उम्र अधिकतम 14 वर्ष होती है और यह बाघ जब आया था उस समय इसकी उम्र 4 वर्ष की थी और अब इसकी उम्र 17 वर्ष हो चुकी है. कुल मिलाकर यह कहें कि अब यह भीष्म पितामह जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर हैं. अब तो उनकी स्थिति यह भी हो गई है कि इसे अब अपने शिकार के लिए ही अपने बच्चों से लड़ना पड़ता होगा ,,



WhatsApp

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...