Tuesday, January 17, 2023

70 परिवारों की नींद उड़ी , सालो से शासकीय जमीन का करता रहा क्रय -विक्रय, किसी को नही लगी भनक

मध्यप्रदेश में सालो से शासन की करोड़ो की जमीन बेचकर भू माफिया करता रहा क्रय - विक्रय 

जनकपुर स्थित  खसरा नंबर 77/1 के लगभग 5 एकड़ जमीन पर कर दी गई 75 परिवारों को प्लाटिंग । 

सालों से हो रही थी सरकारी जमीन पर प्लाटिंग और रजिस्ट्री सरकार की बेशकीमती जमीन को बेच कर आम जनता को लगा दिया करोड़ों का चूना 
आम लोगों ने तिनका-तिनका जोड़ कर बनाया आशियाना लेकिन हो गए धोखाधड़ी के शिकार ।

ब्यूरो पन्ना -मध्यप्रदेश पन्ना जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने 75 परिवारों की रातों की नींद और दिन का चैन उड़ा दिया है ।मामला पन्ना के जनकपुर क्षेत्र से जुड़ा हुआ है जहां पर खसरा नंबर 77 /1 की लगभग 5 एकड़ से  अधिक भूमि को पन्ना जिला प्रशासन द्वारा शासकीय घोषित कर दिया गया । ऐसे ही जिला प्रशासन ने इस आदेश को पारित किया वैसे ही वहां पर निवासरत 75 परिवारों की नींद उड़ गई ।आपको बता दें कि शासकीय खसरे पर 75 भूखंडों के माध्यम से अब्दुल सलीम नामक व्यक्ति ने प्लाटिंग की थी जिसमें करोड़ों रुपए कि शासन की बेशकीमती जमीनों को बेचकर 75 परिवारों के साथ धोखाधड़ी कर दी। 

शासन की बंटन की जमीन , के साथ फर्जी खरीद फरोख्त का खेल आपको बता दें कि यह जमीन मध्य प्रदेश शासन के द्वारा बंटन के नाम पर दी गई थी लेकिन अब्दुल सलीम के द्वारा शासकीय  भूमि पर प्लाटिंग कर विक्रय कर दिया और रजिस्ट्री करा दी । जिला प्रशासन के द्वारा जब इस पूरे मामले की तस्दीक करवाई गई तो यह पूरा मामला धोखाधड़ी और फर्जी कागजातों को तैयार कर शासन की शासकीय जमीन बेचने का सामने निकल कर आया है

मामला दर्ज ,तहसीलदार से करवाई एफआईआर

 जिसके बाद जिला प्रशासन ने पन्ना तहसीलदार के माध्यम से अब्दुल सलीम के नाम पर पन्ना  थाने में मामला दर्ज करवाया मामले में जब हमने उप पंजीयक पन्ना से बात करनी चाही तो उन्होंने ऑन कैमरा आने से मना कर दिया और उन्होंने कहा कि जो दस्तावेज हमें प्रस्तुत किए गए थे उसके आधार पर रजिस्ट्री कराई गई है ।वही पन्ना कलेक्टर ने बताया कि शिकायत के बाद इस पूरे मामले में जांच करवाई गई थी  जिसके बाद मामला सही पाया गया और भूमि को मध्य प्रदेश शासन के नाम पर दर्ज कराया गया है और जिले के अंदर हमारी टीम अवैध प्लाटिंग का सर्वे कर रही है और शासकीय भूमियों को मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू । 

जिला प्रशासन के द्वारा जिस खसरा क्रमांक 77/1भूमि को शासकीय घोषित किया गया है वह पूर्व में बंटन में मध्य प्रदेश शासन के द्वारा जीवन यापन के लिए दी गई थी।  लेकिन बंटन की भूमि में आखिर क्रय - विक्रय और सालों से प्लाटिंग कैसे चल रही थी कैसे  रजिस्ट्री हो गई यह अभी भी जांच का विषय है मामले में अभी भी बड़े खुलासे होने बाकी है ।




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दोस्त ही निकला दोस्त का हत्यारा, पैसो के लेनदेन के विवाद के चलते पत्थर से पीट-पीट कर की थी हत्या..

दोस्त ही निकला दोस्त का हत्यारा ,दोस्ती हुई शर्मशार

महज 48 घंटो के अंदर पुलिस ने किया सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा

पन्ना अमित सिंह - दोस्ती  को दुनिया में सबसे पवित्र रिश्ते की रूप में जाना जाता है कहते हैं कि जब कोई भी सगा संबंधी काम नहीं आता तो एक दोस्त ही दोस्त के काम आता है लेकिन क्या हो जब दोस्त ही दोस्त का हत्यारा बन जाए कुछ ऐसा ही मामला बृजपुर थाना अंतर्गत इमलोनिया सिमरिया के जंगलों में देखने को मिला जहां पैसों के लेनदेन के चलते एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की पत्थर पटक पटक कर बेरहमी से हत्या कर दी हालांकि इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा बृजपुर थाना पुलिस ने महज 48 घंटे के अंदर ही कर दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।बतादे कि कुछ दिन पूर्व बृजपुर थाना अंतर्गत  इमलोनिया सिमरिया के जंगल में एक अज्ञात शव मिला था जिसकी सूचना के बाद पुलिस ने मृतक की शिनाख्त उदयभान उर्फ बबुआ निवासी शिवराजपुर जिला सतना के रूप में की जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि युवक का दोस्त ही मोटरसाइकिल में इमलोनिय सिमरिया के जंगलों में घूमने का कहकर अपने साथ लेकर आया था जहां पैसों के लेनदेन के चलते दोनो के बीच विवाद हो गया और दोस्त ने ही पत्थर पटक- पटक कर उसे मौत के घाट उतार दिया।

धर्मराज मीना (पुलिस अधीक्षक पन्ना) का कहना है कि मामले की छानबीन कर 48 घण्टे में आरोपी की तलाश कर आरोपी को जेल भेज दिया गयाहै दोस्त ने ही हत्या की थी पेसो के लेन देन का मामला है 

@crime  @pannapolice @frendsmurder 
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Saturday, January 14, 2023

साल में सिर्फ एक बार 48 घण्टे के लिए ही खुलता है मंदिर दूर-दूर से मन्नत मांगने आते हैं लोग

ऐसा मंदिर जहा एक साल में एक बार होती है भगवान की पूजा !

मकरसंक्रांति में ही लाखो की संख्या में आते है भक्त,करते है दर्शन 

अमित सिंह पन्ना - मध्‍य प्रदेश के पन्ना में अजयगढ़ किले में मौजूद अजयपाल बाबा का मंदिर एक बार फिर खुला है. मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी भगवान अजयपाल की मूर्ति लाई गई है, जहां दर्शन और मन्नत मांगने के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. किले का यह मंदिर साल में सिर्फ एक बार 48 घंटे के लिए ही खुलता है. दूर-दूर से निसंतान दंपति और किसान इसके दर्शन के लिए आते हैं. चंदेल राजाओं का खजाना आज भी मौजूद है और बीजक में इसके खोलने का राज छिपा है.वैसे तो मंदिरो में भगवान की पूजा रोज होती है लेकिन हम एक ऐसे मंदिर व भगवान के बारे में बताते है जहां साल में एक बार भगवान की पूजा होती है  यह अनोखा मंदिर अजयगढ़ किला में ऊंची पहाड़ियों में स्थित है अजयपाल नाम के इस मंदिर में भगवान की पूजा साल में एक बार होती है मकर संक्रांति के दिन  भगवान अजयपाल के दर्शन करने लाखो की संख्या में लोग दूर दराज से आते है और आस्था की डुबकी लगाकर भगवान की पूजा करते है और मन्नत मांगते  है ! 

प्रदेश के खनिज मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह भी पहुचे 

हर साल भगवान अजय पाल के दर्शन करने यहां आते ,हर साल रीवा से लाई जाती है मूर्ति हर साल मकर संक्रांति के मौके पर किले का यह मंदिर खोला जाता है और रीवा के पुरातत्व संग्रहालय में सुरक्षित रखी भगवान अजयपाल की मूर्ति को यहां लाया जाता है. इस मूर्ति के दर्शन को लेकर मान्यता है कि यहां आने वाले लोगों की हर मुराद पूरी होती है. निसंतान दंपति यहां अपनी गोद भरने की दुआ लेकर आते हैं और कुछ मन्नत पूरी होने के बाद प्रसाद चढ़ाकर भगवान को धन्यवाद देने भी आते हैं. लोग मवेशियों की सुरक्षा की दुआ लेकर भी यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं. माना जाता है कि यहां के एकमात्र कंकड़ को ही अगर मवेशियों के पास रख दिया जाए तो पशुओं की बीमारियां दूर हो जाती हैं. इसके बाद भगवान पुरातत्व के संग्रालय में रख दी जाती है अजयगढ़ के ऊंची पहाड़ियों में दो सौ फीट ऊंचाई पर बना है जहां लाखो भक्त एक दिन में ही जमा होते है जो अपने आप मे चर्चा का विषय है !

छिपा है हजारों साल पुराने ताला चावी  में बंद  खजाने का राज ,आज भी रहस्यमय 

अजयगढ़ के किले का इतिहास बताता है कि यह 2 हजार ईसा पूर्व चंदेल वंश के राजाओं के दौर का है. बताया जाता है कि यहां चंदेल कालीन राजाओं का खजाना है, जिसके ताला और चाबी का रहस्य बीजक में छिपा है. इस किले को लेकर कई किस्से कहानियां भी हैं. कहा जाता है कि औरंगजेब जब यहां आया तो उन्होंने किले में छिपे खजाने का पता लगाने के लिए यहां के मंदिर में रखी मूर्ति तोड़ने की कोशिश की थी. हालांकि मूर्ति टूटने के बजाय पानी के कुंड में जाकर विलुप्त हो गई और तभी से किले में मौजूद खजाना दुनिया के लिए रहस्य बन गया है.






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जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...