Wednesday, October 23, 2024

आफत में पन्ना के अन्नदाता ,हम हो गए बर्बाद, किसान किससे लगाए गुहार

आफत में पन्ना के अन्नदाता  

कीट लगने से धान की 60 फीसदी फसल बर्बाद, सर्वे कराने भटक रहे किसान

मौसम की मार ,हम हो गए बर्बाद, किसान बोले किससे लगाए गुहार 

मुयमंत्री के नाम पवई तहसीलदार को ज्ञापन सौंपने पहुंचे किसान,निकली रैली हल्ला बोल प्रदर्शन  ,नहीं हो रही सुनवाई

खेत मे बर्बाद फसल दिखाता किसान

The उम्मीद -कहते है कि किसान भगवान से इस उम्मीद में रहता है कि इस वर्ष अच्छी फसल होगी तो आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी लेकिन पन्ना के रैपुरा एवं कुछ क्षेत्र में  धान की फसल खराब होने के कारण दीपावली से पहले जिले के किसान प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं। रोग से धान की फसल को जो नुकसान हुआ है, उसका सर्वे कराकर क्षतिपूर्ति दिलाने जिलेभर के किसान हाथ में खराब फसल लिए तहसील कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैँ, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही।जिले में इस साल मानसून की जोरदार बारिश से धान की फसल अच्छी थी। किसान बंपर उत्पादन की उमीद लगा रहे थे, लेकिन खड़ी फसल पर कीटों के हमले ने किसानों की उमीदों पर पानी फेर दिया। भूरा हापर रोग और इल्ली के हमले से पकने के पहले ही 60 फीसदी से अधिक धान की फसल खराब हो गई है। अब किसानों के लिए लागत निकालना मुश्किल हो रहा है। जिले के अधिकांश किसान धान की जगह चारा काटने को मजबूर हैं।

अब पवई एवं रैपुरा क्षेत्र के किसानों ने सौंपा ज्ञापन

रोग लगने से चौपट धान की फसल का सर्वे कराने मंगलवार को पवई क्षेत्र के किसानों ने भारतीय किसान संघ  के नेतृत्व में तहसील कार्यालय का घेराव किया। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें धान की खराब हुई फसल का सर्वे कराने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई।

गांव-गांव जाकर धान की फसल का सर्वे करने आरआइ और पटवारियों को निर्देशित कर दिया है। किसानों को जो भी नुकसान हुआ है, सर्वे कर सूची मुआवजे के लिए शासन को भेजी जाएगी।

प्रीति पंथी, तहसीलदार पवई






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Thursday, October 17, 2024

वर्षों पुरानी सकरिया हवाई पट्टी का हुआ शुभारंभ

वर्षों पुरानी सकरिया हवाई पट्टी का हुआ शुभारंभ,

पन्ना जिले के सकरिया स्थित नवनिर्मित हवाई पट्टी का गुरूवार को औपचारिक शुभारंभ किया गया। हवाई पट्टी के लोकार्पण से अब पन्ना में भी हवाई सेवा की सुविधा मिल सकेगी। फॉल्कन एविएशन अकादमी द्वारा यहां पायलट प्रशिक्षण केन्द्र संचालित किया जाएगा। हवाई पट्टी सकरिया की रूद्रगढ़ के नाम से अलग पहचान भी स्थापित होगी। शुभारंभ अवसर पर उपस्थित पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि छोटे जिले पन्ना में हवाई पट्टी के बेहतर स्वरूप में संचालन से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। एविएशन क्षेत्र में कैरियर निर्माण के लिए उत्सुक युवाओं को पायलट प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने इस सौगात पर सराहना करते हुए कहा कि पन्ना प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। स्थानीय स्तर पर एविएशन सहित अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसरों की व्यापक संभावना है। यहां के पन्ना नेशनल पार्क में बाघ की मौजूदगी ने विश्वभर के पर्यटकों को आकर्षित किया है। धार्मिक नगरी पन्ना के मंदिरों की अलग पहचान है। यहां धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने की आवश्यकता है। साथ ही यहां वेलनेस सेन्टर का भी अच्छा स्कोप है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि फ्लाइट कनेक्टिविटि मिलने से पन्ना अन्य शहरों से


सुगमतापूर्वक जुड़ सकेगा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. महेन्द्र सिंह सहित डॉ. आशीष गौतम, पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल, आर.पी.एन. सिंह, कमलेन्द्र सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।


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शिवराज के बडे बेटे कार्तिकेय की हुई सगाई, देखें तस्वीरें

शिवराज के बडे बेटे कार्तिकेय की हुई सगाई, देखें तस्वीरें


केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की दिल्ली के एक होटल में अमानत बंसल से सगाई जानकारी के अनुसार सगाई दोनों परिवार के लोगों को मिलाकर वीवीआईपी और करीबी सहित 50 लोग शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर में खशियां छाई हुई हैं।उनके बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की गुरुवार को दिल्ली के एक होटल में अमानत बंसल से सगाई हडी जानकारी के अनुसार सगाई में दोनों परिवार के लोगों को मिलाकर वीवीआईपी और करीबी सहित 50 लोग शामिल हुए। 

देशभर में मामा के नाम से पहचान रखने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अब ससुर भी बन गए हैं।उनके दोनों बेटों कार्तिकेय और कुणाल की सगाई हो गई है। बंसल परिवार की बेटी अमानत बंसल उनकी बड़ी बहू हैं।अमानत की सगाई कार्तिकेय से हुई है।अमानत मूल रूप से राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली हैं। वहीं छोटे बेटे कुणाल की मंगेतर रिद्धि जैन भोपाल की रहने वाली हैं।

कौन हैं शिवराज की बड़ी बहू

अमानत नेऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिंटी से पढ़ाई करते

हुए साइकोलॉजी में एमएससी की है।बताया जाता है कि पढ़ाई के दौरान हीअमानत और कार्तिकेय की मुलाकातहई थी। यही मुलाकात प्यार में बदल गईी। Amanat Bansal लिबर्टी शू के डायरेक्टर अनुपम बंसल की बेटी हैं।उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिंटी से मनोवैज्ञानिक शोध में एमएससी की डिग्री हासिल की है। उनके पिता अनुपम बंसल देश के लिबर्टी शूज के डायरेक्टर जो भारत में एक लोकप्रिय और विश्वसनीय और नामी जूता ब्रंड है।

छोटी बहू हैं रि्ध जैन

अप्रैल 2023 में शिवराज सिंह चौहान के छोटे बेटे कुणाल सिंह चौहान की सगाई भोपाल में हुई थी। Kunal की सगाईभोपाल के डॉक्टर इंद्रमल जैन की पोती के साथ हो रही है







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शरदपूर्णिमा की रात श्री प्राणनाथ मंदिर में उमड़े हजारों श्रद्धालु

 

शरदपूर्णिमा की रात श्री प्राणनाथ मंदिर में उमड़े हजारों श्रद्धालु

पूनम की चांदनी रात भक्ति भाव में डूबे श्रद्धालुओं के जयकारों से गूँजा पन्ना

महामति श्री प्राणनाथ मंदिर में पंचमी तक चलेंगी जागिनी रास की लीलायें

 


पन्ना। प्रणामी सम्प्रदाय के प्रमुख तीर्थ पद्मावतीपुरी धाम पन्ना में अन्तर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। महामति श्री प्राणनाथ जी मंदिर में शरदपूर्णिमा की रात भक्ति भाव ( गरबा रास ) में डूबे श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाते हुए खूब नृत्य किया।  हजारों सुन्दरसाथ व नगरवासियों ने श्री जी को निहारकर अपने नैनों को तृप्त किया। जैसे ही मध्य रात्रि में बंगला जी दरबार साहब से श्री जी की सवारी रासमण्डल के लिये निकली, वैसे ही रास के रचइया की, श्री प्राणनाथ प्यारे के जयकारों से पन्ना नगरी गूंज उठी। मालूम हो कि इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में लोग पन्ना पहुंचते हैं। 

यहां विराजमान साक्षात अक्षरातीत पूर्णबृह्म के अलौकिक रास के आनंद में सराबोर होते हैं

उल्लेखनीय है कि श्री प्राणनाथ जी ने सुन्दरसाथ जी को श्री राज जी-श्यामा जी की अलौकिक अखण्ड रासलीला, जागिनी रास का दर्शन कराया था। प्रणामी धर्म का सबसे पवित्र धाम श्री गुम्बट जी मन्दिर जिसका प्रांगण बृह्म चबूतरा कहा जाता है। यहीं पर श्री प्राणनाथ जी ने अपने परम स्नेही सुन्दरसाथ जी को श्री राज जी-श्यामा जी की अलौकिक अखण्ड रासलीला, जागिनी रास का दर्शन कराया था। इसीलिये इसे जागिनी लीला भी कहा जाता है। उसी समय से अन्तर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा महोत्सव का यहां पर बड़े ही धूमधाम और भक्ति भाव के साथ आयोजन किया जाता है। श्रद्धालु यहां विराजमान साक्षात अक्षरातीत पूर्णबृह्म के अलौकिक रास के आनंद में सराबोर होते हैं।  गुरुवार पूनम की रात जैसे ही श्रीजी की भव्य सवारी बंगला जी दरबार साहब से रासमण्डल में आई तो वहां उपस्थित हजारों सुन्दरसाथ अपने पिया के साथ प्रेम रंग में डूब गये। यह अखण्ड रास का आयोजन पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा उत्सव के रूप में रात-दिन चलेगा।

दिव्य शोभा यात्रा पुजारियों द्वारा अपने कंधों पर पूर्ण भाव के साथ रास मंडल लाई गई


श्री राज जी महाराज के दिव्य शोभा यात्रा को मन्दिर के पुजारियों द्वारा अपने कंधों पर पूर्ण भाव के साथ रास मंडल लाई गई। इस महोत्सव में प्रणामी धर्म के सभी गादीपति, धर्मगुरू व संतगण उपस्थित रहकर कार्यक्रम में शामिल रहे । सर्वप्रथम श्री बंगला जी मन्दिर में सेवा, पूजा व आरती हुई। तत्पश्चात श्री राज जी महाराज के दिव्य सिंहासन को मन्दिर के पुजारियों द्वारा अपने कंधों पर लेकर श्री प्राणनाथ जी के जयघोष के साथ शोभयात्रा रात्रि ठीक १२ बजे निकली। शोभायात्रा निकलते ही उपस्थित हजारों की संख्या में प्रणामी धर्मावलम्बी सुन्दरसाथ की भावनायें व उत्साह कुछ ऐसा दिखा जैसे कि श्री प्राणनाथ जी स्वयं पालकी में विराजमान हों। शोभायात्रा बृह्म चबूतरे पर ही स्थित रासमण्डल में पधराई गई। श्री राज जी की शोभयात्रा की एक झलक पाने के लिये  सुन्दरसाथ बेताब दिखे। देश के कोने-कोने से आये सुन्दरसाथ पारम्परिक वेशभूषा में सुसज्जित अपनी-अपनी बोलियों में भजन-कीर्तन करते नजर आये।

 

श्री प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट ने की आयोजन की पूरी व्यवस्था

अंतर्राष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव को लेकर श्री 108 प्रार्थना जी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा विगत 6 माह से तैयारी शुरू कर दी गई थी। इन तैयारी में श्रद्धालुओं के लिए आवास व्यवस्था लंगर व्यवस्था के साथ-साथ सुचारू रूप से आयोजित कार्यक्रम के लिए वाटरप्रूफ टेंट व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्थानीय जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा भी इस पूरे आयोजन के लिए सहयोग किया गया। इस महोत्सव में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश भाई पटेल, उपाध्यक्ष तिलक राज शर्मा महाप्रबंधक देशभूषण शर्मा ट्रस्टी चंद्र कृष्ण त्रिपाठी अभय शर्मा, दिनेश शर्मा, प्रमोद शर्मा, रंजीत शर्मा, गोपाल शर्मा, प्रबंधक मनोज शर्मा, उपप्रबंधक आशीष शर्मा के साथ साथ धामी समाज के लोगों द्वारा उक्त तैयारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।



 

 

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Monday, October 14, 2024

खाद की किल्ल्त किसान परेशान,,लंबी लाइन के बाद भी नही मिल रही खाद ,कालाबाजारी का आरोप

खाद की किल्ल्त किसान परेशान,,लंबी लाइन के बाद भी नही मिल रही खाद ,कालाबाजारी का आरोप

खाद गोदाम के बाहर लगी हजारों की भीड़ जालीं में लटके किसान,

तहसीलदार की मॉनिटरिंग एवं पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हो रहा वितरण फिर भी किसान परेशान

किसानों ने लगाए खाद्य वितरण पर गंभीर आरोप,कालाबाजारी के आरोप 

किसानों की मुश्किलें खाद की कमी ने बढ़ाई परेशानी, हजारों की लाइनें

लंबी लाइन के साथ खिड़की में लटके किसान

The उम्मीद ब्यूरो - मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसानों को खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। खाद न मिलने से किसान बेहद परेशान हैं और उन्हें घंटों लंबी लाइनें लगानी पड़ रही हैं ऐसा ही मामला पन्ना के गुनोर के किसानों के साथ हो रहा है जहा किसान काफी परेशान हो रहे है जहाँ खाद की कमी से उनकी फसल प्रभावित हो रही है और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। गुनोर के कृषि उपज मंडी खाद वितरण केंद्र मे हजारों की संख्या में किसान लाइन में  खाद लेने के लिए पहुच रहे जहाँ भीड़ इतनी अधिक है कि किसान खाद की आस में  जालियों से लटकतें अपनी बारी का इंतजार कर रहे है  खाद की कमी के कारण आये दिन किसान खाद लेने के लिए चक्कर काट रहे है लेकिन जिले में खाद की कमी के कारण प्रतिदिन हजारों किसान परेशान हो रहे है  किसानों ने कालाबाजारी के आरोप सेल्समैन पर लगाये है जो अभी आये है उनको पैसे अधिक लेकर खाद दी जा रही है लेकिन हम लाइन में लगे है और 3 दिनों से सभी किसान  परेशान हो रहे है  हमने अपने आधार कार्ड 4 दिन पूर्व खाद लेने के लिए जमा कर दिए थे मगर  आज नए लोगों को आधार कार्ड लेकर के उनको खाद दी जा रही है हम लोगों के आधार कार्ड बाहर फेंक दिए गए हैं 

ऐसे फेक दिए आधार कार्ड

तहसीलदार की मौजूदगी में खाद वितरण फिर भी कालाबाजारी 

खाद का वितरण गुनौर तहसीलदार की मौजूदगी होने के बावजूद भी खाद वितरण में धांधली देखने को मिल रही है  वही खाद वितरण केंद्र पर हजारों की तादात पर किसान अपने नंबर का इंतजार करते बैठे है लेकिन फिर भी दुकानदारों एवं वयापारीयो को खाद बिना नंबर के दी जा रही है किसान लाइन लगा कर मिलने का इंतजार कर रहा है आपको बता दे की एक ओर किसानो की बुबाई शुरू होने लगी है वही दूसरी तरफ खाद के लिए किसान डर-डर की ठोकरे खाते फिर रहे हैं  किसान यूं ही भटकते रहे है खाद्य वितरण में  जिम्मेदारों के द्वारा अनदेखी की जा रही है,जहाँ अधिकारी इस विषय पर नही बोल रहे है 

खाद वितरण में सेल्समेन एवं दालल सक्रिय ,

गुनोर में सेल्समेन द्वारा दलालो मो सक्रिय कर कालाबाजारी की जा रही है वही किसान एक एक बोरी के लिए बेचारा लाइन में खड़ा है जहाँ सुबह से शाम तक लाइन नही टूट रही है आखिरकार सरकार और जिले का प्रशासन क्या कर रहा है इसमें जिला कलेक्टर द्वारा सही मोनिटरिंग नही होने से जिले भर में किसान खाद के लिए परेशान है





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महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना नरेश छत्रसाल द्वितीय को दिव्य तलवार, पान व बीरा भेंट किय

 सदियों पुरानी ऐतिहासिक परंपरा का हुआ निर्वहन

महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना नरेश छत्रसाल द्वितीय को
दिव्य तलवार, पान व बीरा भेंट किया

पन्ना उम्मीद पांच पद्मावती पुरी धाम पन्ना के प्राचीन खेजड़ा मंदिर में सदियों से चली आ रही परम्परा का शनिवार को विधिवत निर्वहन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना नरेश छत्रसाल द्वितीय को मंदिर के पुजारी द्वारा दिव्य तलवार, पान व बीरा भेंट किया गया। इस अवसर पर पन्ना राजघराने के सदस्य व छतरपुर से भी महाराजा छत्रसाल के वंशज सत्येन्द्र सिंह बुंदेला, बुदेला समाज के लोगों में मार्तण्ड सिंह, एडी राजा, सौरज प्रताप बुंदेला उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से धर्मगुरू डा. दिनेश एम पंडित, धर्मोपदेशक पंडित खेमराज व श्याम बिहारी दुबे सहित श्री 108 प्राणनाथ मंदिर टस्ट के पदाधिकारी व प्रबंधक उपस्थित रहे।मालूम हो कि दशहरा के दिन प्रतिवर्ष इस समारोह के साक्षी बनने के लिए सैकड़ों की संख्या में महामति के अनुयायी श्रद्धालु अपरान्ह पांच बजे से ही विशाल मंदिर प्रांगण में एकत्रित हो जाते थे और उस घड़ी का इंतजार में पलक-पावड़े बिछाए रहते थे कि कब महराज केशरी छत्रसाल के वंशज आएंगे और उस परम्परा का निर्वहन होगा। 
 दिव्य तलवार से ऐतिहासिक 52 लड़ाइयां मुगलों के खिलाफ जीतीं थीं :
 मालूम हो कि आज से लगभग चार सौ वर्ष पूर्व उस समय महामति प्राणनाथ द्वारा छत्रसाल को दिव्य तलवार व बीरा भेंट कर उन्हें विजय आशीर्वाद दिया था और उन्होंने इसी आशीर्वाद और दिव्य तलवार से ऐतिहासिक 52 लडाइयां मुगलों के खिलाफ जीतीं थीं। उसी परम्परा के निर्वहन में प्रतिवर्ष दशहरा के दिन महाराज छत्रसाल के वंशजों को तलवार व बीरा भेंट किया जाता है। जिसकी एक झलक पाने हजारों श्रद्धालुओं की नजरें टिकी रहती थीं। महामति प्राणनाथ ने बुन्देलखण्ड की रक्षा के लिए महराजा छत्रसाल को वरदानी तलवार सौंपी थी तथा बीरा उठाकर संकल्प करवाया था जिससे महाराजा छत्रसाल पूरे बुन्देलखण्ड को जीत सके थे और अपना साम्राज्य स्थापित कर पन्ना को राजधानी बनाया था। पन्ना में उसी समय से इस परम्परा का निर्वहन किया जा रहा है। विजयादशमी के दिन आयोजित इस गरिमामयी कार्यक्रम में प्राणनाथ जी मंदिर के पुजारी महाराज छत्रसाल के वंशजों का तिलक कर बीरा व तलवार देकर उस रस्म को निभाते हैं जो कभी महामति ने छत्रसाल को देश और धर्म की रक्षा के लिए प्रदान की थी। महोत्सव के बीच जब महाराज छत्रसाल के वंशज पन्ना महाराज राघवेन्द्र सिंह के कुंवर छत्रसाल व राजपरिवार के सदस्य पधारे तो सभा भवन प्राणनाथ की जय व बुन्देलखण्ड केशरी महाराजा छत्रसाल के जयकारों से गूंज उठा।मंचीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन : इस अवसर पर श्री खेजडा मंदिर के विशाल चबूतरे में मंचीय कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। जिसमें धर्माचार्यों द्वारा महामति प्राणनाथ व महाराजा छत्रसाल के विषय में विस्तारपूर्वक बताया गया। वहीं सौरभ शर्मा व विजय शर्मा लल्लू द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिसमें उपस्थित लोग मग्न होकर झूमने लगे। कार्यक्रम का सफल संचालन मनोज शर्मा रीवा द्वारा किया गया।


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Thursday, October 10, 2024

देश के 'रतन' टाटा नहीं रहे, 86 साल की उम्र में मुंबई में ली अंतिम सांस, PM मोदी बोले- वो बड़े सपने देखते थे

 देश के 'रतन' टाटा नहीं रहे, 86 साल की उम्र में मुंबई में ली अंतिम सांस, PM मोदी बोले- वो बड़े सपने देखते थे

उनका 86 साल की उम्र में बुधवार रात निधन हो गया. रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली.

Ratan Tata Success Story: रतन टाटा (Ratan Tata) के नेतृत्व में 90 के दशक में टाटा मोटर्स ने अपनी पहली कार 'टाटा इंडिका' (Tata Indica) लॉन्च की थी. यह कार भारतीय बाजार में एक बड़ी उम्मीद के साथ उतारी गई थी, लेकिन बाजार से वैसा रिस्पांस नहीं मिला, जैसा रतन टाटा ने सोचा था. कार की बिक्री न होने और लगातार हो रहे नुकसान की वजह से एक समय ऐसा आया कि रतन टाटा को टाटा मोटर्स के पैसेंजर कार डिवीजन को बेचने का फैसला लेना पड़ा. इसी सिलसिले में टाटा ने अमेरिका की प्रमुख कार निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर्स (Ford Motors) से बात की.

 रतन टाटा जब फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन बिल फोर्ड (Bill Ford) से मिलने पहुंचे तो उस मीटिंग में कुछ ऐसा हुआ जिसे रतन टाटा शायद कभी नहीं भूल सकते थे. मीटिंग के दौरान बिल फोर्ड ने न केवल टाटा मोटर्स का मजाक उड़ाया, बल्कि रतन टाटा को अपमानित करते हुए कहा, "तुम्हें कार बिजनेस की समझ नहीं है, फिर भी इसे क्यों शुरू किया? अगर मैं इसे खरीदूंगा तो यह तुम्हारे ऊपर एक बड़ा एहसान होगा."

रतन टाटा शांत रहे, लेकिन कर लिया बड़ा फैसला

बिल फोर्ड के ये अपमानजनक शब्द रतन टाटा के दिल पर गहरी चोट कर गए. लेकिन उन्होंने उस समय कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और शालीनता से पूरी बात सुनी. उस अपमान के बावजूद, उन्होंने अमेरिका में टाटा मोटर्स के पैसेंजर कार डिवीजन को बेचने का फैसला बदल दिया और चुपचाप मुंबई लौट आए. इसके बाद उन्होंने अपने पूरे फोकस और मेहनत से टाटा मोटर्स को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम शुरू किया.

टाटा ने 9 साल में ऐसे लिया बदला

रतन टाटा ने बिना किसी को बताए, अपना पूरा ध्यान कंपनी को मजबूत करने में लगा दिया. उनकी यह मेहनत रंग लाई और 2008 तक टाटा मोटर्स दुनिया भर में एक बड़ा नाम बन चुकी थी. वहीं दूसरी ओर, बिल फोर्ड के नेतृत्व में फोर्ड मोटर्स की हालत खराब हो गई थी. कंपनी को भारी नुकसान झेलना पड़ा, और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि फोर्ड को अपनी कंपनी बचाने के लिए बड़ा कदम उठाना पड़ा.

बिल फोर्ड को आना पड़ा मुंबई

जब फोर्ड मोटर्स घाटे में डूब रही थी, तब रतन टाटा ने फोर्ड की सबसे लोकप्रिय कार ब्रांड्स जैगुआर (Jaguar) और लैंड रोवर (Land Rover) को खरीदने का ऑफर दिया. इस बार रतन टाटा को अमेरिका जाने की जरूरत नहीं पड़ी, बल्कि बिल फोर्ड को अपनी पूरी टीम के साथ मुंबई आना पड़ा. यह वही फोर्ड चेयरमैन थे जिन्होंने कभी रतन टाटा का अपमान किया था, और अब वे टाटा मोटर्स से मदद की उम्मीद कर रहे थे.

फिर बदल गए फोर्ड चेयरमैन के सुर

मुंबई में रतन टाटा से मिलने के बाद बिल फोर्ड के सुर पूरी तरह बदल गए थे. मीटिंग के दौरान बिल फोर्ड ने वही शब्द दोहराए, जो उन्होंने पहले रतन टाटा के लिए कहे थे, लेकिन इस बार वह खुद के लिए बोले. उन्होंने रतन टाटा से कहा, "आप जैगुआर और लैंड रोवर को खरीदकर हम पर बड़ा एहसान कर रहे हैं."

टाटा की बड़ी जीत

रतन टाटा ने न केवल अपने अपमान का बदला लिया, बल्कि टाटा मोटर्स को एक नई दिशा दी. आज जैगुआर और लैंड रोवर टाटा मोटर्स के सबसे सक्सेसफुल ब्रांड्स में से एक हैं. यह कहानी बताती है कि कैसे रतन टाटा ने अपमान को अपनी ताकत बनाकर फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन को सबक सिखाया.



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टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा अब नहीं रहे. उनका 86 साल की उम्र में बुधवार रात निधन हो गया.

टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा अब नहीं रहे. 

उनका 86 साल की उम्र में बुधवार रात निधन हो गया. रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. 

यहां उन्हें कुछ दिन पहले उम्र संबंधी दिक्कतों की वजह से भर्ती कराया गया था. बुधवार रात ही उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से घर लाया गया.अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा जाएगा. जहां पर आज सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले उन्हें सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनकी तरफ से कहा गया था कि वह बिलकुल ठीक हैं और चिंता की कोई बात नहीं हैपी एम मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा- रतन टाटा जी के सबसे अनोखे पहलुओं में से एक था बड़े सपने देखने और दूसरों को कुछ देने का उनका जुनून. वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे कारणों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि रतन टाटा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.

दूसरों को देने और बड़े सपने देखने का जुनून: पीएम मोदी

"श्री रतन टाटा जी के सबसे अनोखे पहलुओं में से एक था बड़े सपने देखने और दूसरों को कुछ देने का उनका जुनून. वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे कारणों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे. मेरा मन श्री रतन टाटा जी के साथ अनगिनत बातचीत से भरा हुआ है. जब मैं गुजरात का सीएम था, तब मैं उनसे अक्सर मिलता था. हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे. मुझे उनके दृष्टिकोण बहुत समृद्ध लगे. जब मैं दिल्ली आया, तब भी ये बातचीत जारी रही."

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Monday, October 7, 2024

महिला बीमार हुई तो पति ने छोड़ा ,मायके पक्ष ने भी बनाई दूरी

महिला बीमार हुई तो पति ने छोड़ा, 

मायके पक्ष ने भी बनाई दूरी,महिला के साथ अत्याचार 

जिला अस्पताल में भर्ती 

पन्ना ब्यूरो -एक महिला बीमार हुई तो पति ने इलाज कराने की बजाए मारपीट कर साथ छोड़ दिया। इधर मायके पक्ष वालों ने भी दूरी बना ली। अपने दो बच्चों के साथ महिला किसी तरह अस्पताल पहुंची तो उसे भर्ती कर दिया गया। बीमार महिला के दो बच्चे हैं। दोनों की देखभाल अन्य मरीजों के परिजन कर रहे हैं। महिला सिमरिया के लुधनी गांव निवासी राधिका दीक्षित ने बताया, उसके दो बच्चे हैं। बेटी 12 साल और बेटा 5 साल का है। पति शराब पीकर विवाद करता था। मेरी तबियत खबरा हुई। सिर में तेज दर्द होने लगा, मैने बेटी और पति को बताया। पति इलाज कराने की बजाए गाली-गलौज करने लगा।

जिला अस्पताल में मरीजों के परिजन कर रहे बच्चों की देखभाल मां के भर्ती होने के बाद महिला के दोनों बच्चों का हाल बेहाल है। अस्पताल में न तो उनके खाने का प्रबंध है और न ही सोने का। अस्पताल की रसोई से खाना मिल गया तो पेट भर जाता है। नहीं मिला तो महिला के आसपास भर्ती मरीजों के परिजन बच्चों के खाने-पीने का प्रबंध करते हैं। बीमारी की स्थिति में भी मायके पक्ष के लोगों ने दूरी बनाई हुई है। महिला ने पति के खिलाफ पुलिस थाना सिमरिया में मारपीट और प्रताड़ित करने की शिकायत भी दर्ज कराई है। पुलिस स्टॉफ ने इसके पहले पति को थाना बुलाकर समझाया भी था।

 




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एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को दिया जन्म

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 90+

2008-09 में बाघ विहीन हुआ था पन्ना क्षेत्र

बाघिन के  साथ 4 शावक

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया, जिससे बाघों की संख्या अब 90 के पार पहुंच गई है। यह घटना पर्यटकों के लिए उत्साहजनक है। 2008-09 में बाघ विहीन रहने के बाद उचित प्रबंधन से पुनर्स्थापना के प्रयास सफल हुए  पन्ना टाइगर रिजर्व में एक साल बाद एक बार फिर
नन्हें शावकों की किलकारी गूंजी है। यहां बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया। बाघों के दीदार करने पहुंचे पर्यटकों ने इसके वीडियो ओर फोटो साझा किए हैं। इसके बाद प्रबंधन ने पुष्टि की और बताया की यह बहुत ही सुखद खबर है।

90 के पास पहुचा टाइगर का संसार

बता दें कि पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों के लिए अनुकूल है और इनकी लगातार संख्या बढ़ती जा रही जो अब 90 के पार पहुंच गई है। पन्ना टाइगर रिजर्व 2008-09 में बाघ विहीन हो चुका था, इसके बाद पुनर्स्थापना कर कान्हा से और पेंच से यहां बाघ बाघिन लाए गए। उचित प्रबंधन और अनुकूल वातावरण के चलते पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई। आज पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों से गुलजार हो रहा है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्य आपको बता दें कि इन दोनों पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूर-दूर से पर्यटक टाइगर रिजर्व में शावकों और बाघ को देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं, पर्यटकों को सफारी के दौरान रोमांचकारी तरीके से टाइगर और शावक भी दिखाई दे रहे हैं। बाघों का कुनबा बढ़ने से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी भी बेहद खुश हैं। नए मेहमानों के आने से एक बार फिर पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार हुआ है। वहीं, एक साथ 4 शावकों के आगमन से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों में भी खुशी है।




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