आफत में पन्ना के अन्नदाता
कीट लगने से धान की 60 फीसदी फसल बर्बाद, सर्वे कराने भटक रहे किसान
मौसम की मार ,हम हो गए बर्बाद, किसान बोले किससे लगाए गुहार
मुयमंत्री के नाम पवई तहसीलदार को ज्ञापन सौंपने पहुंचे किसान,निकली रैली हल्ला बोल प्रदर्शन ,नहीं हो रही सुनवाई
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खेत मे बर्बाद फसल दिखाता किसान |
The उम्मीद -कहते है कि किसान भगवान से इस उम्मीद में रहता है कि इस वर्ष अच्छी फसल होगी तो आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी लेकिन पन्ना के रैपुरा एवं कुछ क्षेत्र में धान की फसल खराब होने के कारण दीपावली से पहले जिले के किसान प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं। रोग से धान की फसल को जो नुकसान हुआ है, उसका सर्वे कराकर क्षतिपूर्ति दिलाने जिलेभर के किसान हाथ में खराब फसल लिए तहसील कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैँ, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही।जिले में इस साल मानसून की जोरदार बारिश से धान की फसल अच्छी थी। किसान बंपर उत्पादन की उमीद लगा रहे थे, लेकिन खड़ी फसल पर कीटों के हमले ने किसानों की उमीदों पर पानी फेर दिया। भूरा हापर रोग और इल्ली के हमले से पकने के पहले ही 60 फीसदी से अधिक धान की फसल खराब हो गई है। अब किसानों के लिए लागत निकालना मुश्किल हो रहा है। जिले के अधिकांश किसान धान की जगह चारा काटने को मजबूर हैं।
अब पवई एवं रैपुरा क्षेत्र के किसानों ने सौंपा ज्ञापन
रोग लगने से चौपट धान की फसल का सर्वे कराने मंगलवार को पवई क्षेत्र के किसानों ने भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में तहसील कार्यालय का घेराव किया। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें धान की खराब हुई फसल का सर्वे कराने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई।
गांव-गांव जाकर धान की फसल का सर्वे करने आरआइ और पटवारियों को निर्देशित कर दिया है। किसानों को जो भी नुकसान हुआ है, सर्वे कर सूची मुआवजे के लिए शासन को भेजी जाएगी।
प्रीति पंथी, तहसीलदार पवई