खुदाई में गर्भ ग्रह सहित ऐतिहासिक मंदिरों के अवशेष एवं प्राचीन शिवलिंग मिला,,
एएसआई ने 'भारत के सबसे पुराने मंदिर' की तलाश में नचने गांव में खुदाई शुरू की
पन्ना अमित सिंह -एएसआई ने भारत के सबसे पुराने मंदिर की खोज के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के नचने गांव में खुदाई शुरू. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) भारत के सबसे पुराने मंदिर को खोजने की उम्मीद में मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के नचने गांव में दो टीलों के नीचे से निकली ईंटों एवं मंदिर के गृभगृह सहित शिवलिंग के सदियों पुरानी मिट्टी को साफ कर रहा है। . भारत के सबसे पुराने मंदिर को उजागर करने के लिए खुदाई स्थल दो प्राचीन मंदिरों से सिर्फ 30 मीटर की दूरी पर हैं - एक गुप्त-युग का पार्वती मंदिर और कलचुरी राजवंश द्वारा निर्मित चौमुख नाथ मंदिर। नचना हिंदू मंदिर, जिसे नचना मंदिर या नचना-कुठारा में हिंदू मंदिर के रूप में भी जाना जाता है,
5वीं या 6ठीं शताब्दी के गुप्त साम्राज्य युग की हो सकती मूर्तिया मंदिर
खुदाई में मिला 5 वी सदी से पहले का मंदिर के अवशेष और शिवलिंग
खुदाई में गर्भ ग्रह सहित ऐतिहासिक मंदिरों के अवशेष एवं सदी का सबसे पहले का शिवलिंग मिला, ऐतिहासिक धरोहर एवं मंदिर झीलों सहित हीरा खनिजों के अपार भंडार से लेकर पुरातत्व के अनुसार पांचवी सदी से पहले के मंदिरों का है इ इस नचने गांव में खुदाई की जा रही है जिसमे भारत के सबसे पुराने मंदिर की तलाश की जा रही है मौजूद 5 मार्च 2024 की शुरुआत में ही यहां पर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा नचने में खुदाई का काम चालू किया गया था जो पन्ना जिले से 54 किलोमीटर दूर चौमुखनाथ मंदिर परिसर जहाँ शिव और पार्वती के मंदिर है जो पार्वती मंदिर है वो दुनिया का प्राचीन मंदिर 5वी सदी पूर्व का माना जाता है ,शिव मंदिर 7वी सदी का माना जाता है मध्य प्रदेश के नचने गांव में पुरातत्वविदो ने भारत के सबसे पुराने मंदिर की तलाश में खुदाई हो रही हैं।जहाँ पर गुप्तकालीन पार्वती मंदिर और चौमुखी मंदिर के पास स्थित इस स्थल का ऐतिहासिक महत्व है। एएसआई की टीम ने यहां पर आठ टीलों (स्थानों )को चिन्हित किया है जिसमे पहले टीले में लेआउट डालकर बहुत बारीकी से लेवर खुदाई कर रही है और यहाँ पर मंदिर के अवशेष सहित दीवारों और गर्भ ग्रह मंडप ,प्राचीन शिवलिंग दिखा है,जो अपने आप मे ही ऐतिहासिक है आपको बता दे कि ऐतिहासिक पार्वती मंदिर की खोज 1883-84 में हुई थी, और वर्तमान खुदाई से ऐतिहासिक रहस्योद्घाटन की नए सिरे से खोज की जा रही है एएसआई अधिकारियों का लक्ष्य गुप्त-युग से पहले के मंदिरों को ढूंढना है,और उनको सुरक्षित करना है प्रारंभिक निष्कर्षों से मंदिर के शीर्ष आधे हिस्से की खोज का पता चला है
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. शिवकांत बाजपेयी ने कहा कि नचने गांव पुरातात्विक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण स्थान है, और इसमें एक पार्वती मंदिर है।मध्य प्रदेश कई प्राचीन मंदिरों का घर है, जिनमें गुप्त काल का मंदिर 'सांची 17' भी शामिल है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह भारत में अब तक का सबसे पुराना पूर्ण जीवित मंदिर है, जो 5वीं शताब्दी ई.पू. का है।
No comments:
Post a Comment