Monday, October 7, 2024

महिला बीमार हुई तो पति ने छोड़ा ,मायके पक्ष ने भी बनाई दूरी

महिला बीमार हुई तो पति ने छोड़ा, 

मायके पक्ष ने भी बनाई दूरी,महिला के साथ अत्याचार 

जिला अस्पताल में भर्ती 

पन्ना ब्यूरो -एक महिला बीमार हुई तो पति ने इलाज कराने की बजाए मारपीट कर साथ छोड़ दिया। इधर मायके पक्ष वालों ने भी दूरी बना ली। अपने दो बच्चों के साथ महिला किसी तरह अस्पताल पहुंची तो उसे भर्ती कर दिया गया। बीमार महिला के दो बच्चे हैं। दोनों की देखभाल अन्य मरीजों के परिजन कर रहे हैं। महिला सिमरिया के लुधनी गांव निवासी राधिका दीक्षित ने बताया, उसके दो बच्चे हैं। बेटी 12 साल और बेटा 5 साल का है। पति शराब पीकर विवाद करता था। मेरी तबियत खबरा हुई। सिर में तेज दर्द होने लगा, मैने बेटी और पति को बताया। पति इलाज कराने की बजाए गाली-गलौज करने लगा।

जिला अस्पताल में मरीजों के परिजन कर रहे बच्चों की देखभाल मां के भर्ती होने के बाद महिला के दोनों बच्चों का हाल बेहाल है। अस्पताल में न तो उनके खाने का प्रबंध है और न ही सोने का। अस्पताल की रसोई से खाना मिल गया तो पेट भर जाता है। नहीं मिला तो महिला के आसपास भर्ती मरीजों के परिजन बच्चों के खाने-पीने का प्रबंध करते हैं। बीमारी की स्थिति में भी मायके पक्ष के लोगों ने दूरी बनाई हुई है। महिला ने पति के खिलाफ पुलिस थाना सिमरिया में मारपीट और प्रताड़ित करने की शिकायत भी दर्ज कराई है। पुलिस स्टॉफ ने इसके पहले पति को थाना बुलाकर समझाया भी था।

 




WhatsApp

एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को दिया जन्म

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 90+

2008-09 में बाघ विहीन हुआ था पन्ना क्षेत्र

बाघिन के  साथ 4 शावक

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया, जिससे बाघों की संख्या अब 90 के पार पहुंच गई है। यह घटना पर्यटकों के लिए उत्साहजनक है। 2008-09 में बाघ विहीन रहने के बाद उचित प्रबंधन से पुनर्स्थापना के प्रयास सफल हुए  पन्ना टाइगर रिजर्व में एक साल बाद एक बार फिर
नन्हें शावकों की किलकारी गूंजी है। यहां बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया। बाघों के दीदार करने पहुंचे पर्यटकों ने इसके वीडियो ओर फोटो साझा किए हैं। इसके बाद प्रबंधन ने पुष्टि की और बताया की यह बहुत ही सुखद खबर है।

90 के पास पहुचा टाइगर का संसार

बता दें कि पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों के लिए अनुकूल है और इनकी लगातार संख्या बढ़ती जा रही जो अब 90 के पार पहुंच गई है। पन्ना टाइगर रिजर्व 2008-09 में बाघ विहीन हो चुका था, इसके बाद पुनर्स्थापना कर कान्हा से और पेंच से यहां बाघ बाघिन लाए गए। उचित प्रबंधन और अनुकूल वातावरण के चलते पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई। आज पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों से गुलजार हो रहा है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्य आपको बता दें कि इन दोनों पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूर-दूर से पर्यटक टाइगर रिजर्व में शावकों और बाघ को देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं, पर्यटकों को सफारी के दौरान रोमांचकारी तरीके से टाइगर और शावक भी दिखाई दे रहे हैं। बाघों का कुनबा बढ़ने से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी भी बेहद खुश हैं। नए मेहमानों के आने से एक बार फिर पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार हुआ है। वहीं, एक साथ 4 शावकों के आगमन से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों में भी खुशी है।




WhatsApp

Tuesday, August 6, 2024

हीरा देखकर किसान हैरान, बदल गई किसानों की किस्मत, हो जाएंगे मालामाल

बाप रे इतना बड़ा हीरा! बदल गई किसानों की किस्मत, हो जाएंगे मालामाल

हीरा देखकर आंखे हुई चकाचौंध,मिल गया खजाना

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले की धरती से एक बार फिर चार किसानों की किस्मत चमकी है। इस बार किसानों को 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है।

पन्ना के किसानों को मिला हीरा 

The umeed -: हीरों की नगरी के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश का पन्ना जिला एक बार फिर चर्चा में है। यह धरती कब किसको करोड़पति बना दे कुछ नहीं कहा जा सकता है। यहां की धरती हीरे उगलती है, जो इंसान को रोडपति से करोड़पति बना देता है। इस धरती ने एक बार फिर चार किसानों की किस्मत चमका दी है। इस बार किसानों को 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है, जिसकी कीमत लाखों में है।

हीरे की लाखों में है कीमत

किसान दिलीप मिस्त्री को अपने ही खेत पन्ना के जरूआपुर में हीरा की चाल मचाते समय यह चमचमाता हीरा दिखा, जिसे देख आंखें चकाचौंध हो गई। परिवार सहित अपने पार्टनरों को फोन से जानकारी देने के बाद पार्टनरों के साथ दिलीप ने 16 कैरेट 10 सेंट का हीरा कार्यालय में आज जमा किया है। इस हीरे की कीमत 60 लाख से अधिक आंकी जा रही है। अब हीरा को अगली हीरा नीलामी में रखा जाएगा। 2024 में अभी तक 11 हीरे जमा हुए हैं।

4 किसानों की किस्मत खुली

दरअसल, पन्ना नगर के समीप ग्राम जरुआपुर की उथली हीरा खदान में हीरा खनन के लिए दिलीप मिस्त्री नाम के किसान 26 फरवरी 2024 को हीरा कार्यालय पन्ना से 200 रुपये की रशीद कटवाकर पट्टा बनवाया था। इसमें दिलीप मिस्त्री, पिता गुरुपद मिस्त्री (52), प्रकाश पिता कृष्णकांत मजूमदार (43), भरत मजूमदार पिता विष्णु मजूमदार (32), संतु यादव पिता पन्नालाल यादव (50) पार्टनर थे। सभी ने मिलकर खदान में खुद और मजदूरों के साथ पांच महीने कड़ी मेहनत की, जिसके फलस्वरूप किसानों को अगस्त माह में 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है।




WhatsApp

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...