गडे धन की लालच मे दोस्त की हत्या ,,पुलिस ने दो आरोपी किये गिरफ्तार
गडे धन की लालच मे दोस्त की हत्या करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार पत्थर पटक कर की गई थी हत्या, पुलिस ने किया खुलासा अमित सिंह पन्ना -कोतवाली थाना अन्तर्गत ककरहटी पुलिस चौकी के ग्राम नचनोरा मे विगत सात जुलाई को रामजी उपाध्याय अचानक स्कूल जाते समय गायब हो गया था। जिसके संबंध में परिजनो ने रामजी उपाध्याय की पिता कौशल प्रसाद उपाध्याय ने थाना कोतवाली मे सूचना दर्ज कराई थी, कि हमारा बेटा गुनौर एडमिशन कराने गया था, तथा वापिस नही आया। उक्त सूचना पर पुलिस ने 483/23 के तहत मामला कायम किया था। फरियादी ने अपहरण की संका जताई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने खोजबीन करते हुए आरोपीयो को गिरफ्तार किया है। मामला संदेहास्पद प्रवृत्ति का प्रतीत होने से थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना निरीक्षक अरुण कुमार सोनी द्वारा मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक पन्ना धर्मराज मीना द्वारा उक्त मामले को गंभीरता से लिया गया। मामले के खुलासा हेतु पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती आरती सिंह व अनुविभागीय अधिकारी पन्ना राजेन्द्र मोहन दुबे के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा मामले में पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना को पुलिस टीम के साथ मिलकर मामले के खुलासा में सहयोग करने हेतु आदेशित किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशानुसार पुलिस सायबर सेल टीम एवं गठित पुलिस टीम द्वारा मामले के खुलासा हेतु लगातार प्रयास किये गये थे तथा उक्त दिनांक को म्रतक से मिलने जुलने वालो की पडताल की गई जिसमें दो व्यक्तियों के संबंध मे संन्देह पैदा हुआ तथा उन्हे पुलिस ने 12 जुलाई को गिरफ्तार किया। जिनमें प्रदीप उर्फ हल्के विश्वकर्मा पिता स्व. चरणदास विश्वकर्मा उम्र 27 वर्ष निवासी नचनौरा थाना कोतवाली, नितिन विश्वकर्मा पिता स्व. राजकुमार विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड नं. 07 पवई उक्त दोनो ने अपना जुर्म कबूल किया तथा बताया कि रामजी उपाध्याय प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि रामजी से मेरी अच्छी दोस्ती थी। उसने मुझे बताया था कि उसे ऐसे स्थान की जानकारी है जहाँ गड़ा हुया धन (खजाना) रखा है। उसकी बात सुनकर मैनें लालच में आकर कई बार रामजी से उस स्थान के बारे में पूँछा लेकिन उसने मुझे उस स्थान के बारे में कुछ नहीं बताया। इसी बात को लेकर मैने दिनांक 07/07/23 को अपने एक अन्य साथी को पवई से गुनौर बुलाकर गड़े हुये धन (खजाना) के बारे में बताया। इसके बाद हम दोनो योजना बनाकर घूमने के बहाने रामजी को साथ लेकर अकोला जंगल तरफ गये। सड़क से करीब 01 किलोमीटर जंगल के अन्दर पहुँचकर हम लोगो ने रामजी से उस स्थान के बारे में पूँछा जहा गड़ा हुआ धन (खजाना) छिपा होने के बारे में रामजी ने मुझे बताया था। गड़े धन की चर्चा सुनकर रामजी नाराज होकर वहाँ से भागने की कोशिस करने लगा जिसे मैने अपने साथी के साथ मिलकर जमीन पर पटक दिया और दोनो ने मिलकर चाकू एवं पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। हम लोगो ने रामजी का मोबाइल इटवां मोड के पास गाड़ दिया है। पुलिस द्वारा उक्त आरोपियों के बताये अनुसार रामजी उपाध्याय के शव को अकोला जंगल से बरामद किया है।
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