Monday, October 7, 2024

एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

एक साल बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में गूंजी किलकारी, बाघिन पी-141 ने दिया चार शावकों को जन्म

बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को दिया जन्म

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 90+

2008-09 में बाघ विहीन हुआ था पन्ना क्षेत्र

बाघिन के  साथ 4 शावक

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया, जिससे बाघों की संख्या अब 90 के पार पहुंच गई है। यह घटना पर्यटकों के लिए उत्साहजनक है। 2008-09 में बाघ विहीन रहने के बाद उचित प्रबंधन से पुनर्स्थापना के प्रयास सफल हुए  पन्ना टाइगर रिजर्व में एक साल बाद एक बार फिर
नन्हें शावकों की किलकारी गूंजी है। यहां बाघिन पी-141 ने 4 शावकों को जन्म दिया। बाघों के दीदार करने पहुंचे पर्यटकों ने इसके वीडियो ओर फोटो साझा किए हैं। इसके बाद प्रबंधन ने पुष्टि की और बताया की यह बहुत ही सुखद खबर है।

90 के पास पहुचा टाइगर का संसार

बता दें कि पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों के लिए अनुकूल है और इनकी लगातार संख्या बढ़ती जा रही जो अब 90 के पार पहुंच गई है। पन्ना टाइगर रिजर्व 2008-09 में बाघ विहीन हो चुका था, इसके बाद पुनर्स्थापना कर कान्हा से और पेंच से यहां बाघ बाघिन लाए गए। उचित प्रबंधन और अनुकूल वातावरण के चलते पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई। आज पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों से गुलजार हो रहा है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्य आपको बता दें कि इन दोनों पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूर-दूर से पर्यटक टाइगर रिजर्व में शावकों और बाघ को देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं, पर्यटकों को सफारी के दौरान रोमांचकारी तरीके से टाइगर और शावक भी दिखाई दे रहे हैं। बाघों का कुनबा बढ़ने से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी भी बेहद खुश हैं। नए मेहमानों के आने से एक बार फिर पन्ना टाइगर रिजर्व गुलजार हुआ है। वहीं, एक साथ 4 शावकों के आगमन से पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों में भी खुशी है।




WhatsApp

Tuesday, August 6, 2024

हीरा देखकर किसान हैरान, बदल गई किसानों की किस्मत, हो जाएंगे मालामाल

बाप रे इतना बड़ा हीरा! बदल गई किसानों की किस्मत, हो जाएंगे मालामाल

हीरा देखकर आंखे हुई चकाचौंध,मिल गया खजाना

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले की धरती से एक बार फिर चार किसानों की किस्मत चमकी है। इस बार किसानों को 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है।

पन्ना के किसानों को मिला हीरा 

The umeed -: हीरों की नगरी के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश का पन्ना जिला एक बार फिर चर्चा में है। यह धरती कब किसको करोड़पति बना दे कुछ नहीं कहा जा सकता है। यहां की धरती हीरे उगलती है, जो इंसान को रोडपति से करोड़पति बना देता है। इस धरती ने एक बार फिर चार किसानों की किस्मत चमका दी है। इस बार किसानों को 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है, जिसकी कीमत लाखों में है।

हीरे की लाखों में है कीमत

किसान दिलीप मिस्त्री को अपने ही खेत पन्ना के जरूआपुर में हीरा की चाल मचाते समय यह चमचमाता हीरा दिखा, जिसे देख आंखें चकाचौंध हो गई। परिवार सहित अपने पार्टनरों को फोन से जानकारी देने के बाद पार्टनरों के साथ दिलीप ने 16 कैरेट 10 सेंट का हीरा कार्यालय में आज जमा किया है। इस हीरे की कीमत 60 लाख से अधिक आंकी जा रही है। अब हीरा को अगली हीरा नीलामी में रखा जाएगा। 2024 में अभी तक 11 हीरे जमा हुए हैं।

4 किसानों की किस्मत खुली

दरअसल, पन्ना नगर के समीप ग्राम जरुआपुर की उथली हीरा खदान में हीरा खनन के लिए दिलीप मिस्त्री नाम के किसान 26 फरवरी 2024 को हीरा कार्यालय पन्ना से 200 रुपये की रशीद कटवाकर पट्टा बनवाया था। इसमें दिलीप मिस्त्री, पिता गुरुपद मिस्त्री (52), प्रकाश पिता कृष्णकांत मजूमदार (43), भरत मजूमदार पिता विष्णु मजूमदार (32), संतु यादव पिता पन्नालाल यादव (50) पार्टनर थे। सभी ने मिलकर खदान में खुद और मजदूरों के साथ पांच महीने कड़ी मेहनत की, जिसके फलस्वरूप किसानों को अगस्त माह में 16.10 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है।




WhatsApp

Wednesday, July 24, 2024

मध्यप्रदेश के पन्ना में मजदूर परिवार बना करोड़पति,कृष्णा कल्याणपुर की पटी खदान में मिला हीरा

19.22 कैरेट का मिला हीरा,खुशी से झूम उठा परिवार 

15 सालों से खोद रहे थे हीरा खदान,आज मिला बड़ा करोड़ो का हीरा


The Umeed-: देश भर में प्रसिद्ध हीरो के लिया जाना जाने वाले पन्ना में आज फिर चमका हीरा,मजदूर की क़िस्मत ऐसी चमकी की देखते ही देखते बना गया करोड़पति ,मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के अहिरगुवा निवासी चुनुवादा गौड़ पिता छोटे गौड़ का परिवार सालों से हीरा खदान लगा रहा था वही 2 महीने पहले हीरा कार्यालय से अपने ही नाम पर खदान का पट्टा बनवाया था,यहाँ वह प्रतिदिन अपने परिवार सहित हीरे की तलाश में रोज खदान जाता था और मेहनत कर निराश होकर वापस आ जाता था आज जब अपने परिवार सहित कृष्णा कल्याणपुर पटी बजरिया में आज ही सुबह जब खदान में पहुचा तो,उसके लड़के राजू गोड़ को चाल धोते समय छन्नी में हीरा सामने आ गया ,जिसे देखकर अचम्भित हो गया और खुसी के मारे फुला न समा रहा था ,वही हीरा मिलते ही राजू गौड़ पिता चुनुवादा गौड़ उम्र 35 वर्ष अपनी माँ और भाई के साथ हीरा कार्यालय में पहुच कर हीरा जमा किया ,जिसकी अनुमानित कीमत 80 लाख से 1 करोड़ तक आंकी जा रही है
परिवार में ख़ुशी ,आर्थिक रूप से कमजोर परिवार अब हुआ मालामाल 
आपको बता दे की परिवार ख़ुशी खुसी हीरा कार्यालय पहुंचकर हीरा कार्यालय में हीरे का भजन 19 कैरेट 22 सेंट है जिसकी अनुमानित कीमत 80 लाख से एक करोड़ तक बताई जा रही है  हीरा मिलने के बाद परिवार पर खुशी देखी जा रही है वहीं इस बड़े हीरे को देखने के लिए हीरा कार्यालय में भीड़ लग गई , हीरा परखी द्वरा बताया गया कि हीरा 19 कैरेट 22 सेंट है जो अच्छी एवं उज्जवल क्वालिटी का हीरा है आगामी हीरा नीलामी पर रखा जाएगा 2024 में अभी तक हीरा कार्यालय में 8 हीरे जमा हुए जो 59.65 कैरेट के है ,,, जिसमें सबसे बड़ा हीरा 19 कैरेट 22 सेंट जो हीरा नीलामी में आकर्षण का केंद्र रहेगा ,, 

पन्ना कलेक्टर ने देखा हीरा,परिवार को दी बधाई 
देश दुनिया में प्रसिद्ध हीरे के लिए पन्ना में यह गौरव की बात है कि आज उज्जवल क्वालिटी का 19 कैरेट 22 सेंट का हीरा जमा हुआ है जो मेने देखा है  यह हीरा आगामी नीलामी में रखा जाएगा और परिवार नीलामी में उपस्थित रहेगा ,,अनुमानित कीमत 80 लाख से 1 करोड़ तक है,,, वहीं पन्ना कलेक्टर ने रसीद देकर परिवार को बधाई दी,,,आपको बता दें कि परिवार ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि हम कई वर्षों से खदान खोदते रहे हैं लेकिन आज हमें यह हीरा मिला है जिससे हमारी किस्मत चमक गई हम अब इस हीरे के पैसे से घर परिवार में खुशियां एवं बच्चों की पढ़ाई में इस पैसे का उपयोग करें,, पन्ना जिले से 18 किलोमीटर दूर अहिरगुवा  गांव के आदिवासी परिवार को यह हीरा मिला है ,,जिसने यह हीरा सबके आशिर्वाद से मिला है







WhatsApp

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह

जनता ने चुना है उनकी सेवा करना मेरा धर्म है _श्री सिंह पन्ना 29 नवंबर/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्...