बनते ही पुल टूटा, बाल बाल बचे मजदूर,, लापरवाही की हद कर दी पार
चल रहे निर्माण कार्य के दौरान हुआ हदशा, मनमाने ढंग से हो रहा सड़क और पुल के निर्माण कार्य
20 दिन पहले जिस मार्ग की जांच में अफसरों को नहीं मिली थी गड़बड़ी,
वहीं का निर्माणाधीन पुल धराशायी ,इन तीन अफसरों ने की थी निर्माण कार्य की जांच
पन्ना ब्यूरो -पन्ना पहाड़ी खेड़ा मार्ग लगातार जिले की सुर्खियां बना रहा है क्योंकि पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही है सड़क निर्माण में लापरवाहियों को अंजाम देने में लगाम नही लग पाई है निर्माणाधीन पन्ना-पहाड़ीखेड़ा मार्ग के निर्माण कार्य की जांच में 20 दिन पहले अफसरों को काई गड़बड़ी नहीं मिली थी। अफसरों ने ठेकेदार और पीडब्ल्यूड महकमे को क्लीन चिट दी थी। पन्ना पहाडीखेरा मार्ग के पास इटवा खास गांव का निर्माणाधीन पुल शनिवार को एकाएक धराशायी हो गया। पुल के धराशायी होने के बाद अफसरों की जांच, सड़क निर्माण की गुणवत्ता की हकीकत सामने आ गई है। मार्ग का निर्माण कराने वाले पीडल्यूडी महकमे समेत जांच करने वाले अफसरों ने चुप्पी साध ली है।
पन्ना-पहाड़ीखेड़ा मार्ग का निर्माण नियमों का उल्लघन कर किया जा रहा है। बेतरतीब और अनियोजित निर्माण कार्य की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं, लोग जान भी गवां रहे हैं। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है, घटिया निर्माण से लोगों में नाराजगी अभी नहीं जागे तो हर समय बना रहेगा खतरा ठेका कंपनी मेसर्स रविशंकर जायसवाल जबलपुर द्वारा पहले दिन से ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है। पीडब्ल्यूडी महकमे के अफसरों से मिलीभगत कर यह गड़बड़ी की जा रही है। ठेका कंपनी के निर्माण कार्य की रोजाना निगरानी करने की आवश्यकता है। जिससे ठेकेदार ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में गुणवत्ता की अनदेखी न कर पाए। जिले के अफसर जल्द ही नहीं जगेगे तो इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को हमेशा खतरा बना रहेगा मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पन्ना पहाड़ीखेरा के 38 किलोमीटर का मार्ग , केन्द्रीय सड़क एवं अधोसंरचना निधि के तहत करोड़ो की लागत से स्वीकृत हुआ था और पन्ना पहाड़ीखेरा मार्ग का निर्माण कार्य जोरशोर से हो रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि अब शहर में इस सड़क के बनने से रास्त सुगम हो जाएगा ,,उक्त सड़क निर्माण कार्य पहाड़ीखेरा की ओर से प्रारंभ किया गया, सड़क में पहले गिट्टी मटेरियल की गुणवत्ता पर सवाल हुए जांच टीम आई लेकिन सब गोल मोल हो गया ,अब पुलों का काम में लापरवाही बरती गई तो पुल टूट गया,सड़क में 10 से 12 पुल बनाये जिनमे गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया हैऔर कभी भी घटना हो सकती है क्योकि इसकी पोल तो इस पुल के टूटने से पता चल रही हैकि आखिर कैसे टूटा??
करोड़ो की लागत से बनी सड़क में अभी से निकलने लगा डामर,हिचकोले मरती सड़क
पन्ना पहाड़ी खेड़ा की 38 किलोमीटर सड़क में ठेकेदार जयसवाल कंस्ट्रक्शन द्वारा की लापरवाही भारती गई है कि अभी सड़क को बने एक महीने ही पूरे नहीं हुई और एक तरफ से सड़कों में गड्ढे होते जा रहे लापरवाही और शिकायतों के बाद भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का एक्शन ना लेते हुए भ्रष्टाचार में लिफ्त इंजीनियर एवं अधिकारियों द्वारा ठेकेदार के साथ मिलकर , 38 किलोमीटर की सड़क में सब गोल मोल कर दिया है
पहले सिंगल सड़क, फिर डिवाइडर, फिर सिंगल हो गई रोड ,अपने मन से हो कार्य
उक्त सड़क को अजयगढ़ चौराहे तक नहीं बनाया जायेगा। बताया जाता है कि सड़क निर्माण कार्य शहर के कृषि विभाग कार्यालय तक ही कराया जा रहा है। उस पर भी कृषि विभाग से लोकपाल सागर मोड़ तक के क्षेत्र में सिंगल सड़क बनाई जा रही है. जबकि लोकपाल सागर मोड़ के पास से सुनेहरा मोड़ तक डिवाइडर सड़क बन रही है। गौरतलब है कि सड़क के स्वीकृत प्लान में जनकपुर से अजयगढ़ चौराहा तक संपूर्ण नगरीय क्षेत्र में डिवाइडर सड़क बनाया जाना प्रस्तावित था। लेकिन अधिकारियों ने इसे बदल दिया और मनमाने ढंग से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसके पीछे अतिक्रमण को बड़ी वजह बताया जा रहा है। अजयगढ़ चौराहे से लोकपाल सागर मोड़ तक व्यापक स्तर पर अतिक्रमण है, यहां कई रसूकदारों के घर हैं, ऐसे में प्रशासन के पास इन अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही का साहस नहीं जुटा पा रहा है, यही कारण है कि सड़क को ही कम कर दिया गया। जबकि प्रशासन शहर में लगातार गरीबों के अतिक्रमण हटाकर वहवाही लूटने का काम कर रहा है। जबकि उक्त सड़क का चौड़ा होना शहर के लिए बेहद जरूरी है, अक्सर सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित होती है। शहर के गल्ला मंडी में वाहन अक्सर फंसे रहते है, क्योकि इस क्षेत्र में सर्वाधिक अतिक्रमण है। लेकिन अतिक्रमण हटाने की बजाए लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क को ही कम कर अपना पल्ला झाड़ लिया है।